कोरोना वैक्सीन के प्रमाणपत्र पर लगी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर को लेकर कई विपक्षी पार्टियों ने आपत्ति जताई है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और  झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने वैक्सीन सर्टिफिकेट से नरेंद्र मोदी की तस्वीर हटाकर अपनी तस्वीर लगा ली है। उनका कहना है कि जब राज्य अपने दम पर वैक्सीन का इंतजाम कर रहे हैं तब सर्टिफिकेट पर मोदी की तस्वीर क्यों हो। इधर सोशल मीडिया पर भी नरेंद्र मोदी की तस्वीर को लेकर एक वर्ग आलोचना कर रहा है। वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी ने भी इस मुद्दे को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा है।

पुण्य प्रसून बाजपेयी ने लिखा कि अब डेथ सर्टिफिकेट पर भी तस्वीर लगनी चाहिए। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा, ‘तो…डेथ सर्टिफिकेट पर भी तस्वीर चस्पा हो।’

पत्रकार के इस ट्वीट पर यूजर्स की भी खूब प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है जहां लोग कई सवाल भी कर रहे हैं। आशीष पांडे नाम से एक यूजर ने लिखा, ‘हमारे आपके बीच कुछ अमरबेल किस्म के लोग हैं। ये राजा और उनके आसपास के लोगों का गुणगान करते हैं। सच न बता कर राजा को खुश रखना यही एजेंडा होता है। जब राजा का सूरज अस्त होने लगता है तो फिर किसी राजा और उसके दरबारियों को पकड़ लेते हैं।’

 

आदित्य नागर नाम से एक यूजर ने लिखा, ‘सही बात है। वैक्सीन सर्टिफिकेट पर मोदी जी और संबंधित सीएम का फोटो क्यों लग रहा है? क्या ये लोग अपनी जमीन जायदाद बेचकर टीकाकरण करवा रहे हैं? वैक्सीन का सारा पैसा इनसे व्यक्तिगत रूप से वसूल होना चाहिए। ये जिसके लिए जिम्मेदार हैं उसके मृत्यु प्रमाणपत्र पर जरूर उनकी फोटो हो।’

 

वहीं सुरेंद्र प्रताप नाम से एक यूजर ने बाजपेयी के ट्वीट का विरोध करते हुए जवाब दिया, ‘देश में आज तक जितने अस्पताल, सड़के, सरकारी भवन, एयरपोर्ट गांधी परिवार के नाम से हैं, आपको इनका भी विरोध करना चाहिए।’

रीत नाम की एक यूजर ने पत्रकार को जवाब दिया, ‘मोदी, अमित शाह और योगी की तस्वीर नीचे और बाबा रामदेव की बड़ी सी धुंधली तस्वीर पूरे सर्टिफिकेट पर। बाबा रामदेव का भी कोविड से होती मौतों में बराबर का योगदान है।’

 

आपको बता दें कि योग गुरु बाबा रामदेव ने हाल ही में बयान दिया था कि जितने लोग कोविड से नहीं मरे उससे अधिक लोग एलोपैथी दवाइयों से सेवन से मरे हैं। उनके इस बयान पर काफी विवाद हुआ है और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी इस पर कड़ी आपत्ति जताई है।