नए कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है परन्तु अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया। किसान आंदोलन को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साध रहा है। जाने-पहचाने पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी लगातार सरकार पर निशाना साध रहे हैं। उन्होंने एक बार फिर से नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
पुण्य प्रसून बाजपेयी ने ट्वीट करते हुए लिखा है,’नोटबंदी का लाभ जनता समझ नहीं पायी,जीएसटी का लाभ व्यापारी समझ नहीं पाया।सीएए का लाभ मुसलमान समझ नहीं पाया,कृषि क्षेत्र कानून का लाभ किसान समझ नहीं पा रहा।’ पुण्य प्रसून बाजपेयी के इस ट्वीट पर यूजर्स की तरह-तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं।
विमल जैन नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’बाजपेयी जी जनता तो सब कुछ समझ गई और जनता अपना हित भी समझ गई कि जिनके हाथों में हमारा और हमारे देश का भविष्य है लेकिन आप नहीं समझ पाए क्योंकि आप पत्रकार कम राजनीतिक ज्यादा हो और तथाकथित राजनीतिक दलों के तुम प्रवक्ता बने हुए हो।’ रजनीश कश्यप नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’कमाल है बाजपेयी जी, फिर भाजपा का जनाधार और मोदी जी की लोकप्रियता कैसे बढ़ रही है, जनता अब समझदार हो गई है, जनता को बरगलाइये मत, मोदी जी के हाथों देश सुरक्षित है, ट्वीटर पढ़े-लिखे जागरुक लोगों का मंच है , यहां जो भी बोलिए तथ्य के साथ बोलिए।’
नोटबंदी का लाभ जनता समझ नहीं पायी
जीएसटी का लाभ व्यापारी समझ नहीं पाया
सीएए का लाभ मुसलमान समझ नहीं पाया
कृर्षि क़ानून का लाभ किसान समझ नहीं पा रहा— punya prasun bajpai (@ppbajpai) December 9, 2020
जितेंद्र सिंह चौहान नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’समझ भी नहीं पाएगा, अभी और भी बहुत कुछ आने वाला है उसकी भी तैयारी करो, लोकतंत्र ख़तरे में नहीं है, लोकतंत्र ओवरफ्लो हो रहा है भारत में उसकी तैयारी भी जोरों से हो रही है।’
लक्ष्य चोपड़ा नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’सरकार जिन कानूनों को जिनके हित में लेकर आती है जब वो ही इससे सहमत नहीं हैं तो ऐसे कानूनों को लागू क्यों किया जाता है? निजी हित में तो नहीं?’ अतुल नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’पर आपकी हरकतें सब समझ रहे हैं । दिन भर छाती कूटने के अलावा शायद ही कुछ बचा है अब। कब जमीनी हकीकत से रूबरू होंगे आप।’

