वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी ने सोशल माीडिया पर पीएम नरेंद्र मोदी समेत केजरीवाल सरकार पर भी निशाना साधा है। बाजपेयी ने GDP पर बात करते हुए केंद्र सरकार पर ताना कसा। वहीं बाजपेयी ने केजरीवाल सरकार को भी घेरा औऱ कहा- ‘ये दिल्ली है मेरी जान।आक्सीजन ना सही, वैक्सीन ना सही, शराब तो है, आर्डर किजिए घर पहुंचा देगें।’

मोदी सरकार पर बिफरते हुए पुण्य प्रसून बाजपेयी बोले- ‘जीडीपी ग्रोथ गर्त में, सारे कोर सेक्टर ग्रोथ निगेटिव, सिर्फ़ कृषि विकास दर पोजेटिव, बिना अर्थशास्त्र के मोदी राज।’

बाजपेयी ने कहा- ‘आजाद भारत के दौर में देश के ऊपर कई मुसीबतें आईं। भारत की इकनॉमी डगमगाई। स्थिति ऐसी भी आई कि सोना तक गिरवी रखना पड़ा। इस देश के भीरत में राजनैतिक अस्थिरता कुछ मौकों पर इस तरह से आई जहां पर इकनॉमी संभालने की स्थिति में राजनैतिक सत्ताएं नहीं थीं।’

बाजपेयी ने आगे कहा- ‘लेकिन जब भारत के इतिहास के पन्नों को पलटते हैं तो देखते हैं कि ऐसा काला अध्याय कभी नहीं रहा जब जीडीपी की विकास दर माइनस 7.3% पर आ गई। माइनस 7.3% का मतलब ये नहीं है कि अब अगले बरस से परिस्थिति सुधर जाएगी। हो सकता है आंकड़ों के हेर फेर में आपको चकाचौंध नजर आने लगे। लेकिन आज हमें लगता है कि विकास दर और GDP के आसरे देश की उन परिस्थितियों को समझने की जरूरत है।’

प्रसून बाजपेयी यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा- आखिर ऐसी कौन-सी स्थिति है जिसमें प्रधानमंत्री मोदी राजनैतिक ताकत के साथ सत्ता में मौजूद हैं? उन्होंने आर्थिक नियम कायदों को भरपूर बदला है। ढाई सौ से ज्यादा नियम खत्म कर दिए। ढेरों नियम लाए गए। कितना पैसा बहाया गया। बैंक तक कंगाल होने की स्थिति में आ गए।

प्रसून बाजपेयी के इस पोस्ट पर ढेरों रिएक्शन सामने आने लगे। बाबर रिज्वी नाम के एक यूजर ने लिखा- बाजपेई भैया आप ना होते तो सच्चाई कैसे पता चलती। लेकिन सही और गलत का तो पता होना था आप हमेशा लोगों के दिलों में अमर रहेंगे। जब तक जिंदा रहो सच बताते रहो। सच्चाई खत्म हो गई जीवन खत्म हो जाएगा। बाजपेई भैया जिंदाबाद इंकलाब जिंदाबाद।

एसके सिंह नाम के शख्स ने कहा- इन सात सालों में जैसे जीडीपी ग्रोथ गर्त में गई है, वैसे ही सात सालों में आप भी फीके पड़े हैं। यूपीए की सरकार में भला होगा। मनोज नाम के यूजर बोले- आगे कांग्रेस आये फिर वही बम धमाके! फिर 26/11, वही 6-6 घंटे सिलेंडर की लाइन और बेहिसाब घौटाले।