विपक्ष सरकार पर नौकरी ना देने और बेरोजगारी बढ़ाने का आरोप लगाकर घेरने की कोशिश करती है। कई जगह युवक नौकरी के लिए आंदोलन कर रहे हैं। इसी बीच प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से कहा गया है कि आने वाले ढेढ़ साल के अन्दर 10 लाख लोगों की भर्ती की जाएगी। पीएम नरेंद्र मोदी ने सरकारी विभागों को निर्देश दिए हैं कि सभी विभाग जहां पद खाली हैं उन्हें मिशन मोड बेस पर भरा जाए। इस पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

PMO के ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर जानकारी दी गई कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी विभागों और मंत्रालयों में मानव संसाधन की स्थिति की समीक्षा की और निर्देश दिया कि सरकार द्वारा अगले 1.5 वर्षों में मिशन मोड में 10 लाख लोगों की भर्ती की जाए।” सोशल मीडिया पर लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने लिखा कि ‘हर साल 2 करोड़ रोज़गार के ऐलान के बाद डेढ़ साल में 10 लाख सरकारी रोजगार के ऐलान को मास्टर स्ट्रोक कहने वाले आते ही होंगे।’

हंसराज मीणा ने लिखा कि ‘गुजरात चुनाव में खर्च के लिए बेरोजगारों से हजारों, करोड़ो रुपए फीस जमा करानी है?’ दीवाकर गुप्ता ने पूछा कि ‘2024 की तैयारी चल रही है क्या?’ शिवानंद यादव ने लिखा कि ‘कहीं यह पहले की तरह कोई जुमला तो नहीं। वादा प्रतिवर्ष २ करोड़ नौकरियां देने का था।’ शैलेश शुक्ला नाम के यूजर ने लिखा कि ‘वादा तो हर साल दो करोड़ नौकरी देने का हुआ था,अब सिर्फ लाख की बात हो रही है। शास्त्रों में इसे ही धोखा कहा गया है।’ चेतन नाम के यूजर ने लिखा कि ‘8 साल में कितना रोजगार दिए आप, जो बोल रहे हैं कि डेढ़ साल में 10 लाख नौकरी देंगे।’

रेशमा अंसारी ने लिखा कि ‘हर विभाग तो बेच दिया, अब क्या अम्बानी-अड़ानी के घर और ऑफिस में की भर्ती निकालोगे?’ चन्द्र शेखर नाम के यूजर ने लिखा कि ;मतलब 1 करोड़ नौकरियां जाने वाली है। ये जो बोलें, उसका 100 गुणा उल्टा समझें।’ भूपेंद्र सिंह ने लिखा कि ‘2024 का चुनाव आने वाला है, तब तक 1.5 साल पूरे हो जाएंगे।’ दिशा सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘नौकरी वो भी आपकी सरकार में, मजाक चल रहा है क्या? पूरे देश में बेरोजगारों की फौज तैयार करवा दी, अब ये नया नाटक! बहुत देर हो गई प्रधानमंत्री जी।’

आमिर नाम के यूजर ने लिखा कि ‘2 करोड़ का वादा था, सीधा 10 लाख पर आ गए!?’ हसन जफर नाम के यूजर ने लिखा कि ‘हर वर्ष दो करोड़ रोज़गार देने में नाकाम होने के बाद अब दस लाख रोज़गार देने का वादा कर रहे हैं।’ प्रयास यादव ने लिखा कि ‘2024 के चुनाव को देख कर फैसला लिया गया, लेकिन बीजेपी सरकार पर थोड़ा सा भी भरोसा नहीं है, ये उद्योगपतियों की सरकार है, आम आदमी की सरकार नहीं।’ अब्दुल्ला अंसारी ने लिखा कि ‘हर साल 2 करोड़ नौकरी जिनको मिली थी, वो रिटायर कर रहे हैं क्या?’

बता दें कि पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने पिछले दिनों ट्वीट कर खाली पड़े सरकारी पदों की लिस्ट शेयर करते हुए कहा था कि “जब बेरोजगारी 3 दशकों के सर्वोच्च स्तर पर है, तब यह आंकड़े चौंकाने वाले हैं। जहां भर्तियां न आने से करोड़ों युवा हताश व निराश है, वहीं ‘सरकारी आंकड़ों’ की ही मानें तो देश में 60 लाख पद खाली हैं। कहां गया वो बजट जो इन पदों के लिए आवंटित था? यह जानना हर नौजवान का हक है।’