पेगासस स्पाइवेयर के जरिये कथित जासूसी का मामला गरमा गया है। टीवी डिबेट्स में भी इस मामले पर तीखी बहस देखने को मिल रही है। आज तक पर लाइव डिबेट में एंकर अंजना ओम कश्यप, बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा से ‘पेगासस’ मामले पर सवाल करती दिखीं। अंजना ने बीजेपी नेता से पूछा- ‘फॉरेंसिक जांच में सामने आया कि पेगासस से अफेक्टेड 10 भारतीय भी हैं। ये क्या हो रहा है आप ही समझाइए?’ इस पर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा- ‘बहुत सिंपल टर्म्स में बताता हूं, कहानी है कि एक डाटा रिलीज हुआ है, जिसमें कुछ नाम हैं, आप हिंदुस्तान के कुछ 300 नाम बता रही हैं।’

उन्होंने आगे कहा- ‘बताया जा रहा है कि इस डाटा में जो नाम हैं, इन नामों का फोन हैक किया गया है और पेगासस नामक सॉफ्टवेयर इस्तेमाल किया गया है। इनके फोन की क्लोनिंग कर दी गई है और इनके डाटा को सरकार ने ले लिया है। देखिए पहले तो जो द वायर है, जिसने पूरी स्टोरी को किया है, उसने खुद ही इसको नकार दिया है।’

संबित पात्रा ने आगे कहा- ‘इस रिपोर्ट में ध्यान देने वाली बात है- पहला डाटा में जिसका नाम है, इसका अर्थ ये नहीं है कि आपका सर्विलांस हो रहा था या पेगासस द्वारा इंफेक्टेड हो गया था। दूसरा, वो कहते हैं कि – जिनका इसमें नाम है, ऐसा भी हो सकता है कि वो भविष्य के टारगेट हों। ये पॉसिबल सर्विलांस अटेंप्ट है। जब वे खुद ही नहीं मान रहे हैं तो मैं क्यों मानूं यहां पर? डाटा फर्जी है।’

अंजना ने आगे पूछा- ‘फिर इस डाटा को आप कैसे एक्सप्लेन करते हैं? खबर तो ये भी आ रही है, कि आपके जो मौजूदा संचार मंत्री हैं, उनका भी नाम आया है। राहुल गांधी का फोन आप हैक नहीं करा रहे थे?’ इसके जवाब में पात्रा कहते हैं, ‘देखिए अंजना जी, ये डाटा नहीं है। ये द वायर ने लिखा है। ये डाटा, एक फर्जी डाटा है, जो अफरा-तफरी का माहौल बनाने के लिए रिलीज किया गया है। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने इसे रिलीज किया है। आप भली तरह से जानती हैं कि इनका छत्तीस का आंकड़ा है भारत के साथ। कहां से आया है ये डाटा, सोर्स क्या है इसका?’

संबित पात्रा ने आगे कहा- ‘एक मजेदार बात आपको बताता हूं। कुछ पत्रकारों को लेकर कहा गया कि इनपर जासूसी की गई, आप सोचिए करोड़ों रुपए लगा कर इनपर जासूसी करेंगे? एक बहुत जानी-मानीं पत्रकार हैं, उनके पास एक ईमेल आया कि आप हावर्ड की प्रॉफेसर बन गईं, ये अनवैरिफाइड ईमेल था। उन्होंने मान लिया, उसे क्लिक किया और एक साल तक हावर्ड की प्रॉफेसर बनी रहीं! बताइए ये तो ऐसे इंटेलिजेंट हैं… इनके ऊपर हजारों करोड़ों का खर्चा कोई क्यों करेगा? अरे इनके ऊपर तो ऐसे ही जासूसी हो जाएगी। कोई भी ऐरा गैरा नत्थू खैरा जासूसी कर देगा।’

संबित की इस बात पर अंजना ओम कश्यप उनसे सवाल करने लगीं। ये ऐरा गैरा नत्थू खैरा वाली जासूसी कैसे होती है सर?’ संबित ने कहा- ‘मैं बताता हूं, आप याद करिए 2009 में जब जासूसी का विषय उठा तो मनमोहन सिंह जी ने कहा कि फोन टेप तो हुए हैं, मगर प्राइवेट इंडिविजुअल। भूपेंद्र सिंह नामक एक आदमी को गिरफ्तार किया गया। तो कौन क्या लिंक भेजता है इस पर ऐरा गैरा नत्थू खैरा मतलब हैकर्स बैठे हैं? कोई हैकर क्या करता है ये सरकार का मतलब नहीं है।’