शाहरुख खान (Shahrukh Khan) और दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) की फिल्म ‘पठान'(Pathan) और उसका पहला गाना ‘बेशर्म रंग’ विवादों में घिरा हुआ है। 14 दिसंबर को मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गाने में दीपिका पादुकोण के कपड़ों पर आपत्ति जताई थी और आज इंदौर शहर में एक्टर्स के पुतले फूंके गए।
जी हां! इंदौर में वीर शिवाजी संगठन के कार्यकर्ताओं ने फिल्म के गाने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान दीपिका पादुकोण और शाहरुख खान के पुतले जलाए गए। इतना ही नहीं फिल्म की रिलीज को लेकर भी हंगामा किया। उनका कहना है कि ‘बेशर्म रंग’ गाने में हिंदू समुदाय को अपमानित किया गया है। इसलिए फिल्म की रिलीज पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग की जा रही है।
विवाद में कूदीं पायल रोहातगी
गाने में दीपिका पादुकोण की ऑरेंज बिकिनी पर छिड़े विवाद को एक्ट्रेस पायल रोहातगी (Payal Rohatgi) ने बेवकूफी बताया है। पायल का कहना है कि जो आपत्ति जताई जा रही है, वह बेबुनियाद है। रंग को टार्गेट करना गलत है।
पायल का कहना है,”अब ऐसा तो नहीं है कि दीपिका पादुकोण ने सनातन धर्म से जुड़े हमारे भगवानों की तस्वीर को बिकिनी में रखा है। ऐसे में सिर्फ रंग की वजह से टारगेट किया जाना सही नहीं है। मैं जिस रिएलिटी शो में थी, वहां भी हमारी यूनिफॉर्म इसी रंग की थी। हम उसे लात मारते थे और फाड़ते भी थे। तो क्या हम भी गलत हैं?’
इससे फिल्म को फायदा होगा
एक्ट्रेस ने आगे कहा कि जो लोग गाने में दीपिका के कपड़ों पर आपत्ति जता रहे हैं या फिल्म का बहिष्कार करने की मांग कर रहे हैं वो बेवकूफ हैं। वो ये रवैया या एजेंडा केवल पब्लिसिटी के लिए अपना रहे हैं। पायल रोहातगी का कहना है कि ऐसा करने से फिल्म को नुकसान नहीं, बल्कि फायदा होगा। उनका कहना है कि पब्लिसिटी चाहे नेगेटिव हो या पॉजिटिव, वो काम जरूर करती है।
दीपिका को टार्गेट करना बेफिजूल
पायल ने कहा कि दीपिका पादुकोण को टाग्रेट करने से कुछ नहीं होगा। अगर लोगों को दीपिका की बिकिनी अश्लील लग रही तो देश में पोर्न पर रोक क्यों नहीं। एक्ट्रेस ने कहा हमारे देश में पोर्न स्टार्स को सिर-आंखों पर बिठाकर रखा है। ऐसे डबल स्टैंडर्ड नहीं रखने चाहिए।