बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान (Shahrukh Khan) और दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) स्टारर फिल्म ‘पठान'(Pathaan) के गाने बेशर्म रंग को लेकर काफी विवाद हुआ। इस गाने में दीपिका पादुकोण ने भगवा रंग की बिकिनी पहनी थी, जिसपर खूब कंट्रोवर्सी हुई थी। फिल्म को बायकॉट करने की मांग उठी थी। बढ़ते विवाद के बाद सीबीएफसी ने मेकर्स को इस गाने के कुछ सीन्स में बदलाव करने के निर्देश दिए थे। अब पठान विवाद पर जाने माने गीतकार जावेद अख्तर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि हर धर्म का अपना अलग सेंसर बोर्ड होना चाहिए।
पठान विवाद पर क्या बोले जावेद अख्तर
जावेद अख्तर ने पठान फिल्म के गाने बेशर्म रंग विवाद पर तंज कसते हुए कहा कि गाना सही है या नहीं यह फैसला करने वाले हम कौन होते हैं। हमारे पास इसके लिए एक एजेंसी है। वहां सरकार की तरफ से देश के अलग-अलग हिस्सों से ताल्लुक रखने वाले लोग नियुक्त किए गए हैं जो फिल्म देखते हैं और तय करते हैं कि क्या पास होना चाहिए और क्या नहीं। मुझे लगता है कि हमें सर्टिफिकेशन पर भरोसा रखना चाहिए। जो सीन्स को कट्स किया और जो उन्होंने सजेस्ट किया है उस पर भी।’
नरोत्तम मिश्रा पर साधा निशाना
जावेद अख्तर ने आगे कहा कि मध्यप्रदेश के गृहमंत्री सोचते हैं कि एमपी के लिए एक अलग सेंसर बोर्ड होना चाहिए। तो उन्हें अलग जा कर फिल्म देखनी चाहिए। खैर ये उनके और सरकार के बीच की बात है। मध्य प्रदेश में एक ही सेंसर बोर्ड है। फिर केंद्र का अलग से एक सेंसर बोर्ड है। इसमें परेशानी क्या है? हमारे देश में 4-5 अहम धर्म हैं और उनके खुद के सेंसर होने चाहिए। शायद तब मौलवी और संत फिल्में देखना शुरू करें।
बजरंग दल ने किया था प्रदर्शन
बता दें कि बीते दिनों गुजरात, अहमदाबाद के एक मॉल में बजरंग दल के सदस्यों ने फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन किया था। उनका कहना था कि अगर फिल्म से बेशर्म रंग गाने को नहीं हटाया गया तो वह फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगे। फिल्म का ट्रेलर 10 जनवरी को रिलीज किया जा चुका है। जिसे काफी पसंद किया जा रहा है। इस फिल्म में शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण के अलावा जॉन अब्राहम और डिंपल कपाड़िया भी अहम भूमिका है। यह फिल्म 25 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए तैयार है।