अभिनेता परेश रावल आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। एक्टर ने अपनी बेहतरीन अदाकारी से दर्शकों को हमेशा ही इम्प्रेस किया है। अभिनेता जिस किरदार को भी निभाते हैं, उसी में जान फूंक देते हैं। परेश रावल एक से बढ़कर एक फिल्मों का हिस्सा रहे हैं। वह राजनीति में भी हाथ आजमा चुके हैं। वह 2014 के लोकसभा चुनाव में गुजरात के अहमदाबाद पूर्व सीट से जीतकर सांसद बने। अभिनेता सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं और लगभग हर मुद्दे पर अपनी राय रखते नजर आते हैं। अब हाल ही में परेश रावल ने बदले सिनेमा को लेकर खुलकर बात की है।

हम सुनहरे सिनेमा की शुरूआत कर चुके हैं।

दरअसल हाल ही में परेश रावल ने नीलेश मिश्रा के शो द स्लो इंटरव्यू के दौरान कहा कि ‘सिनेमा अपने गोल्डन पीरियड में है और बड़े बदलावों से गुजर रहा है। परेश रावल ने कहा कि सिनेमा अपने सुनहरे दौर से गुजर रहा है। जिस तरह के जिस तरह के राइटर्स, डायरेक्टर्स और एक्टिंग टैलेंट हमारे पास है, हम गोल्डन सिनेमा की शुरुआत कर चुके हैं। प्रोड्यूसर्स के माइंडसेट, कल्चर, फाइनेंस हर चीज में बदलाव आ रहा है और इसकी बड़ी वजह ओटीटी है। इसकी बड़ी वजह है कि ऑडियंस भी आगे बढ़ रही है।’

ऑडियंस अब कंटेंट चाहती है

परेश रावल ने आगे कहा कि ‘सिनेमाघर हो या ओटीटी, दर्शक अच्छे कंटेंट की ही तारीफ करते हैं। और अच्छा नहीं है तो छोड़ देते हैं। अब तो स्टार्स को भी एक्टिंग करनी पड़ेगी, कैरेक्टर प्ले करने पड़ेंगे। वे एक ही तरह की हरकतें करके बच नहीं सकते। वो अब वही घिसा पिटा काम नहीं कर सकते। ऑडियंस अब कंटेंट चाहती है और मजे की बात यह है कि जो स्टार्स थे वो अब स्टार नहीं रहे। दिव्येंदु, पंकज त्रिपाठी, विक्रांत मैसी एक स्टार हैं। जामताड़ा के कलाकार स्टार हैं। स्टारडम अब हमेशा के लिए नहीं रहेगा, जैसा पहले हुआ करता था। लोग तब तक स्टार बने रहेंगे जब तक वे अच्छा काम कर रहे हैं।’

हम अब तक विदेशों से कचरा चुरा रहे थे

अभिनेता ने आगे कहा कि ‘पहले लोग विदेशों से स्क्रिप्ट चुरा लेते थे। लेकिन अब उनके ऑफिस भी यहां हैं। उनके वकील आपको ऐसा करने पर नोटिस भेज देंगे। ऐसे अब सारे दरवाजे बंद हो गए हैं। जिसके चलते अब ऑरिजनल स्क्रिप्ट्स पर काम शुरू हुआ है। हम इतने मूर्ख थे, हमारे देश में इतनी समृद्ध सामग्री है, और हम उनका कचरा चुरा रहे थे।’