कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने सोमवार को भारत बंद का आह्वान किया जिसका मिला-जुला असर देखने को मिला। किसान नेता इस बीच आंदोलन को गति देने के लिए अलग-अलग राज्यों में किसान महापंचायतों को संबोधित कर रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत किसान महापंचायत के सिलसिले में ही मंगलवार को छत्तीसगढ़ में रायपुर जिले में थे।

किसान आंदोलन को लेकर टीवी डिबेट पर भी काफी बहस देखने को मिल रही है। ऐसे ही एक डिबेट शो के दौरान कृषि अर्थशास्त्री विजय सरदाना और BKU के प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक के बीच बहस हो गई जिसके बाद एंकर को बीच-बचाव करना पड़ा। एबीपी के डिबेट शो, ‘हुंकार’ में बोलते हुए विजय सरदाना ने कहा, ‘जिस आंदोलन का नेता ये बोलता हो कि बक्कल उखाड़ देंगे, ये बैरिकेड तोड़ते हैं, पुलिस वालों को धकेलते हैं, 26 जनवरी पर राष्ट्र का अपमान करते हैं, उनके अनुयायिओं से आप क्या उम्मीद करेंगे? जैसा नेता वैसी प्रजा..सीधी सी बात है।‘

विजय सरदाना द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से राकेश टिकैत की आलोचना को लेकर धर्मेंद्र मलिक भड़क गए और उन्होंने कहा कि जेपी में नौकरी करने वाला अर्थशास्त्री कब बन गया। उनकी इस टिप्पणी पर विजय सरदाना ने कहा, ‘तुम्हारे कहने से थोड़ी….तुम्हारा सर्टिफिकेट थोड़ी चाहिए यार…तेरा सर्टिफिकेट कौन मांग रहा है।’

उनकी इस बात पर भड़कते हुए धर्मेंद्र मलिक ने कहा, ‘हमें तुम्हारे सर्टिफिकेट की भी आवश्यकता नहीं। किसानों पर लांछन लगाते हैं। जेपी में नौकरी करने वाला अर्थशास्त्री बन जाए, मैं ये कैसे मान लूं? मैं 15 सालों से जनता हूं तुम्हें…पहले तुम जेपी में नौकरी करते थे और अब मैं तुम्हें अर्थशास्त्री मान लूं?’

विजय सरदाना ने उनकी बातों पर कहा कि वो पहले जानकारी जमा कर लें तब बोले। इस दौरान धर्मेंद्र मलिक जहां आप कहकर संबोधित कर रहे थे वहीं विजय सरदाना तू- तड़ाक की भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे। दोनों पैनलिस्ट को उलझता देख शो की एंकर रुबिका लियाकत ने कहा, ‘नहीं नहीं, एक सेकेंड, विजय जी प्लीज..धर्मेंद्र मलिक मेरे मेहमान हैं..मैं आपसे रिक्वेस्ट करूंगी कि भाषा की मर्यादा रखिए। धर्मेंद्र मलिक आपसे आप कहकर बात कर रहे हैं तो मैं चाहूंगी की आप भी उनसे ऐसे ही बात करें, तू तड़ाक का इस्तेमाल न करें।‘