बॉलीवुड अभिनेता और फिल्ममेकर कमार आर खान (KRK) अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। KRK केंद्र सरकार और बीजेपी के नेताओं पर तंज कसते रहते हैं। कुछ दिन पहले ही उन्होंने कहा था कि अगर योगी दोबारा मुख्यमंत्री बन जाते हैं तो वह दुबई से वापस नहीं आएंगे। अब एक बार फिर KRK ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर पीएम मोदी पर तंज कसा है।
कमाल खान ने केंद्र सरकार पर कसा तंज: KRK ने ट्विटर पर लिखा कि “मोदी जी चाहें तो रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को दो दिन के लिए रोक कर, भारतीय छात्रों को वहां से निकाल लें। पुतिन की औकात नहीं कि मोदी को मना कर सकें। वो तो बस मोदी जी ऐसा करना नहीं चाहते, मैंने सही कहा ना भक्तों।” एक अन्य ट्वीट में यूक्रेन में फंसे हुए बच्चों का वीडियो को शेयर करते हुए कमाल आर खान ने लिखा कि “प्रिय भक्तों, आपने यूक्रेन से पाकिस्तान के छात्रों को तो निकाल लिया है। अब जरा इन बेचारे भारतीय छात्रों को भी निकाल लो, अगर कुछ शर्म बची हो तो। कहां गया विश्वनेता का पावर? पुतिन सुनता नहीं क्या?”
“नेता हैं छात्रों को असली मुजरिम”: कमाल खान ने एक और ट्वीट किया। इस ट्वीट में कमाल ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए लिखा कि “भारत की जनसंख्या 135 करोड़ है और यूक्रेन की जनसंख्या 4 करोड़! इसके बावजूद भारत के 25 हज़ार छात्र पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन जाते हैं क्योंकि हमारे अनपढ़ गंवार नेता 21वीं सदी में छात्रों को समोसा और चाय बेचने की सलाह देते हैं। तो उन छात्रों के असली मुजरिम ये नेता हैं।”
लोगों की प्रतिक्रियाएं: कमाल खान के इस ट्वीट पर लोग भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। वर्षा पाण्डेय ने कमाल खान को जवाब देते हुए लिखा कि “यही बात तो कांग्रेस के प्रति हमारी नाराजगी का कारण है। 1947 से 2014 तक ज्यादातर यही सरकार में रहे और मेडिकल कॉलेज तक नहीं खोल पाए। क्या आपको पता है पिछ्ले पांच सालों में जितने मेडिकल कॉलेज खोले गए, उतने 70 सालों में नहीं खोले गए।” उर्विश परमार ने लिखा कि “अगर हमारे पास आपके जितना पैसा होता तो खुद विमान बुक करवाकर छात्रों को वापस ले आते, सरकार की राह नहीं देखते।”
अर्विन अरोरा ने लिखा कि “भाई, आप यूक्रेन चले जाओ, जेलेस्की को आपकी बहुत जरूरत है।” नितिन शर्मा ने लिखा कि “मतलब KRK भी मानते हैं कि मोदी जी का भौकाल है।” कमाल आर खान के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए जन्नत अली नाम के यूजर ने लिखा कि “मोदी जी चाहें तो भूकंप भी रोक सकते हैं, इतनी शक्ति हैं उनमें।”
हीरालाल ने लिखा कि “नहीं बुड़बक, तुम्हारी बात और अंतरराष्ट्रीय राजनीति-कूटनीति में जमीन आसमान का अतंर है।” करण नाम के यूजर ने लिखा कि “10 तारिख (चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद) के बाद बात करेंगे।” चंदन शाही नाम के यूजर लिखा “शक्ल अच्छी ना सही बातें तो अच्छी कर लिया करो।” अशोक जैन ने लिखा कि “एक कहावत है— हाथी के पीछे कुत्ते भौंकते रहते है, हाथी अपनी चाल चलता है। समझ में आया कुछ?”