टोक्यो ओलंपिक में अभी तक भारत को दो मेडल मिले हैं। वेटलिफ्टर मीरा बाई चानू ने एक सिल्वर मेडल जीता तो वहीं बॉक्सर लवलीना ने ब्रॉन्ज मेडल पक्का किया है। टोक्यो ओलंपिक में भारत के अब तक के प्रदर्शन से लोग ज्यादा खुश नहीं नजर आ रहे हैं। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वो ओलंपिक में देश के ख़राब प्रदर्शन पर बात कर रहे हैं। ये वीडियो तब का है जब पीएम गुजरात के मुख्यमंत्री थे। उनका वीडियो शेयर करते हुए बॉलीवुड फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने तंज किया है।

विनोद कापड़ी ने वीडियो शेयर करते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, ‘नरेंद्र मोदी को जब गुजरात का मुख्यमंत्री बने 11 साल हो गए थे, तब उन्हें ओलंपिक में मेडल लाने के कई फ़ॉर्मूले पता थे इसके बाद 2014 में जब वो PM बने तो उन्होंने अपने जुमलों को कितना अमली जामा पहनाया- खुद नरेंद्र मोदी से सुनिए।’

समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने भी पीएम मोदी का वीडियो शेयर कर तंज किया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘ओलंपिक और एशियन गेम में मेडल न मिलने और अन्य तमाम बड़े विषयों पर 2014 से पूर्व मोदी जी क्या-क्या नहीं बोलते थे। आज खाली हाथ बैठे पीएम जी को और उनके भक्तों को पूर्व में अपनी कही गई बातों को एक-एक कर सुनना चाहिए।’

 

प्रधानमंत्री वायरल वीडियो में किसी कार्यक्रम में बोलते हुए देखे जा सकते हैं। वीडियो में वो कह रहे हैं, ‘120 करोड़ का देश..जब भी ओलंपिक होता है, उस समय टीवी में, अखबारों में, नेताओं में, सामाजिक जीवन में…सब जगह पर चर्चा होती है। इतना बड़ा देश..गोल्ड मेडल नहीं मिला, इतना बड़ा देश मेडल नहीं मिला। फलाना देश ये कर गया, ढिकाना देश वो कर गया।’

वो आगे कह रहे थे, ‘ठीक है, स्थिति है लेकिन मैं सवाल पूछता हूं क्या कभी हमने इस देश की शिक्षा व्यवस्था को इसके साथ जोड़ा? हमारी युवा पीढ़ी को हमने अवसर दिया? क्या 120 करोड़ के देश में मेडल नहीं मिल सकता? सिर्फ सेना के जवानों को यह काम दिया जाए कि जो नए सेना के जवान हैं, जिन्हें स्पोर्ट्स में रुचि है, उन्हें ही ट्रेनिंग देने का काम शुरू किया तो 5-10 मेडल तो हमारे सेना के जवान ला सकते हैं।’

 

नरेंद्र मोदी उस वक्त की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए यह भी कहते दिखे कि एक दो मेडल मिलते हैं उसे ही लेकर सरकार सीना तानकर घूमती है। वो कह रहे थे, ‘मेडल नहीं मिला और फिर सिर पर हाथ रखकर बैठे रहना.. कि नहीं हुआ। एकाध दो को नसीब से आ गया मेडल तो उसी को सीना तानकर घूमते रहना। मित्रों राष्ट्र ऐसे नहीं चलते हैं।’