न्यूज 18 इंडिया की लाइव डिबेट में राम नाम और हिंदुत्व के मुद्दे पर एक्ट्रेस/ बीजेपी सांसद रूपा गांगुली और आचार्य प्रमोद कृष्णम के बीच तकरार हो गई। वहीं एक दूसर पर पलटवार भी जारी रहा। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इस दौरान भड़कते हुए कहा- ‘भारत के अंदर राम का विरोध करना, मैं तो इसका बिलकुल समर्थन नहीं करता। लेकिन सवाल इस बात का है कि ममता बनर्जी, रूपा जी जरूरी बात की कि ममता जी का सरनेम तो हिंदू है लेकिन वे हिंदू हैं नहीं।’

आचार्य ने आगे कहा- ‘अरे भाई चलिए भ्रष्ट बंगाल में आप ममता को कहते हैं कि हिंदू नहीं हैं लेकिन जब उत्तर प्रदेश आता है तो आप प्रियंका गांधी को कहते हैं कि हिंदू नहीं हैं। राहुल गांधी कैलाश मानसरोवर जाते हैं तो आप कहते हैं कि हिंदू नहीं हैं, पाखंड हो रहा है। जब वह केदारनाथ पैदल चल कर जाते हैं तो आप कहते हैं कि वो हिंदू नहीं हैं, उद्धव ठाकरे जब बीजेपी के साथ होते हैं तब आप कहते हैं हिंदू हृदय सम्राट। जब वो कांग्रेस के साथ होते हैं तब आप उन्हें हिंदू विरोधी कहते हैं?तो प्रश्न यटे पैदा होता है कि जो भारतीय जनता पार्टी के साथ है वो हिंदू है।’

उन्होंने आगे कहा- ‘वो हिंदुस्तानी है। जो भारतीय जनता पार्टी से सवाल करता है वो हिंदू नहीं है, वो हिंदुस्तानी नहीं है, वो राष्ट्र भक्त नहीं है ये सवाल उठता है। तो क्या रूपा गांगुली जी अपनी पार्टी के तमाम प्रवक्ताओं को आप बताएंगी कि जिस शालीनता से आप ये कह रही हैं, उसी शालीनता से आपकी पार्टी के बाकी प्रवक्ता भी समर्थन करेंगे? कि भाई भारतीय जनता पार्टी अकेली पार्टी नहीं है हिंदुत्व के लिए।’

उन्होंने आगे कहा- ‘भारतीय जना पार्टी भगवा की ठेकेदार नहीं है। भारतीय जनता पार्टी का राम पर कोई पेटेंट नहीं है। राम सबके हैं। राम उनके भी है जो उनका विरोध करते हैं। इसलिए राम के नाम पर सियासत नहीं होनी चाहिए।’

इस पर रूपा गांगुली जवाब देती हैं- ‘अच्छी बात है, बहुत अच्छी बात है आज इस देश में सारे लोग राम का नाम लेते हैं। राम के नाम से सचमुच विभाजन नहीं होना चाहिए। आपने सही कहा सभी को राम नाम पर भरोसा होना चाहिए। यही तो हम लोग चाहते हैं राजनीति अलग हो लेकिन राम नाम पर भरोसा सभी को होना चाहिए। आज पार्टी के सारे लोग जो देश में कह रहे हैं कि राम सबके हैं, ये सुनकर सचमुच अच्छा लगा। ये ही तो योगी जी ने कहा है कि आज ममता को भी चंडी पाठ करना पड़ रहा है। भारतीय जनता पार्टी के डर से आझ सभी को राम नाम की तारीफ करनी पड़ रही है।’

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने रूपा गांगुली की बात पर पलटवार कर कहा- ‘आज ममताजी पर सब ऐसे टूट पड़े हैं जैसे द्रौपदी पर कौरव टूट पड़े थे ऐसे में अगर वो चंडी को याद कर रहीं हैं तो इसमें बुरा क्या है।’ उन्होंने कहा- भाई जब इंसान दुखी करता है तभी तो लोगों को भगवान याद आते हैं। ऐसे में बात को काटते हुए एंकर अमीश देवगन पूछते हैं कि आप कहना चाहते हैं कि ममता बनर्जी इस वक्त दुखी हैं? तो आचार्य कहते हैं- महिलाओं की पीढ़ा नारी का अपमान महाभारत में भी करने का प्रयास किया गया। तब भगवान कृष्ण प्रकट हुए थे। रूपा गांगुली जी ने भी इसे अच्छे से निभाया था उस वक्त। बिलकुल सब ऐसे टूट रह हैं जैसे दौपदी के ऊपर कौरव टूट रहे थे।