लोक गायिका नेहा सिंह राठौर अक्सर विवादों में रहती हैं। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मार्कण्डेय काट्जू ने फेसबुक पर नेहा सिंह राठौर के लिए एक कविता लिखी थी। ये कविता दरअसल नेहा सिंह राठौर पर तंज था। अब काट्जू ने एक और पोस्ट करते हुए नेहा सिंह राठौर पर तंज कसा है। काट्जू का कहना है कि नेहा सिंह राठौर ने उनसे फोन करके उस कविता पर सफाई देने को कहा है जो उन्होंने लिखी है।
मार्कण्डेय काटजू ने पोस्ट करते हुए लिखा है, ”कल मैंने नेहा सिंह राठौर को व्हाट्सएप्प पर फ़ोन किया I उसने कहा कि आपने जो मुझपर कविता लिख दी है उसके बाद बहुत सारे लोग मुझे ट्रोल करने लगे हैं, कृपया कह दीजिये कि यह एक व्यंग्य था I मैंने उत्तर दिया कि मुझे एक ज़ूम लिंक भेज दो फिर मैं यह कह दूंगा और उसे तुम रिकॉर्ड कर सकती हो I उसने कहा मैं भेज रही हूँ पर अभी तक नहीं भेजा और मैं इंतज़ार में हूँ I व्यंग्य में मैंने उससे कहा कि चिंता मत करो, जब तुम जेल में होगी मैं तुम्हारे लिए बिरियानी टोस्ट अंडा मुर्गी मछली कचौरी जलेबी इमरती वग़ैरा रोज़ लाया करूँगा, इसपर लगता है नेहा मुझसे नाराज़ हो गयी और अब मेरा फ़ोन नहीं उठाती I हरि ॐ।”
कौन सी कविता को लेकर हो रही है बात
फेसबुक पर काट्जू ने ये कविता लिखी थी जिसमें उन्होंने नेहा सिंह राठौर पर व्यंग्य करते हुए उनके ही अंदाज में कविता लिखी थी। यहां पढ़ें कविता:
नेहा सिंह राठौड़ का हाल का बा ?
नेहा सिंह राठौड़ दुर्गादास राठौड़ की वंशज बा
बहुत बहादुर ईमानदार महिला बा
का बा बहुत अच्छा गावत बा
एह से बहुत मशहूर होए गयी बा
बहुत पैसा कमाए बा
पर हर मनई का अपनी सीमा जाने चाही
बब्बर शेर के ललकारा नाही चाही
ई बात नेहा भूल गयी
अब राजद्रोह का मुक़दमा ओपर चलत बा
पुलिस नेहा के हेरत बा
सुप्रीम कोर्ट दख़ल करे से इनकार करे बा
ओकर सिट्टी पिट्टी गुम होए गवा बा
जेल जाए से बहुत डरत बा
अब चुप लगाकर बैठी बा
कान पकड़ कर उट्ठक बैठक करत बा
आगे हम अइसन कबहुँ न करब बोलत बा
हनुमान चालीसा पढ़त बा
भूत पिशाच निकट नहीं आवें महाबीर जब नाम सुनावें गावत बा
मेरी नैया के राम खिवैया गावत बा
ई गान गावत बा
सगर अंधेर और अँधेरा बा
सब भगवान भरोसे बा
हरि ॐ
