बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण को लेकर विधानसभा में ऐसा बयान दिया है कि उस पर बवाल मच गया है। महिला आयोग सहित बड़े-बड़े राजनेता नीतेश कुमार के इस बयान की कड़ी निंदा कर रहे हैं। बीजेपी ने नीतीश कुमार की आलोचना करते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है।

वहीं सोशल मीडिया पर भी लोग उनके बयान को लेकर लोग काफी भड़के हुए नजर आ रहे हैं। लोग नीतीश कुमार के इस बयान को अश्लील बता रहे हैं। इसी बीच जानी-मानी लोक गायिका नेहा सिंह राठौर की भी नीतेश कुमार के बयान पर प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने ट्वीट करते हुए नीतीश कुमार के खिलाफ एक्शन लिए जाने को लेकर सवाल किया है।

नेहा सिंह राठौर ने ट्वीट कर क्या लिखा

नेहा सिंह राठौर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “मुझे याद है दो साल पहले मैंने बिहार सरकार से भोजपुरी फिल्मों और गीतों से अश्लीलता मिटाने की गुहार लगायी थी, लेकिन मेरी बात की सरकार के कान पर जूं तक नहीम रेंगी थी। आज वजह का पता चल गया। बाक़ी इनके इस घटिया लहजे की एक बड़ी वजह विधानसभाओं में महिलाओं का अल्पसंख्यक होना भी है। मुझे जानना है कि पूरे बिहार की महिलाओं को सार्वजनिक रूप से शर्मिंदा करने पर इनके विरुद्ध क्या एक्शन लिया जा रहा है?”

यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

नेहा सिंह राठौर का ट्वीट सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इस पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं देते नजर आ रहे हैं। जहां कुछ लोग सीएम की बात को सही ठहरा रहे हैं और कह रहे हैं कि अगर उन्होंने यही बात इंग्लिश में कही होती तो लोगों को सही से समझमें आ जाती। वहीं कुछ लोग नीतीश कुमार को उनके इस बयान के लिए खूब खरी-खोटी सुना रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि ‘सेक्स एजुकेशन को समझाने के और भी कई तरीके हैं, नीतीश कुमार को ऐसी भाषा शोभा नहीं देती, बिहार के मुख्यमंत्री हैं, सेक्रेटरी से कह कर अच्छा भाषण बनवा सकते थे। लेकिन ये इनसे नहीं हुआ, विधानसभा की तो गरिमा रखें, जनसंख्या नियंत्रण पर बेशर्म बयान।’

एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा कि ‘यही अगर कोई और नेता या एक्टर इंग्लिश में कहता तो सेक्स एजुकेशन हो जाती। नीतीश कुमार ने शुद्ध हिन्दी में बोल दिया तो बेशर्मी हो गई? कैसे?’ एक और यूजर ने लिखा कि ‘विधानसभा और संसद में कही हुई बातों पर एक्शन नही हो सकता।’ एक यूजर ने लिखा कि ‘इन्हें सीएम पद से इस्तीफा देकर बिहार की बहन बेटियों से माफी मांग लेनी चाहिए।’

महिला आयोग ने कही यह बात

वहीं नीतीश कुमार के बयान पर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि ‘इस देश की प्रत्येक महिला की तरफ से और राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष के रूप में, मैं नीतीश कुमार से तत्काल और स्पष्ट माफी की मांग करती हूं। विधानसभा में उनकी अमर्यादित टिप्पणी हर महिला की गरिमा और सम्मान का अपमान है। जिसकी हर महिला हकदार है। उनकी भाषा बहुत अपमानजनक और घटिया है। अगर कोई नेता लोकतंत्र में खुलेआम ऐसे बयान देता है तो आप कल्पना कर सकते हैं कि राज्य में महिलाओं की क्या स्थिति होगी। मैं इस बयान की निंदा करती हूं।’

असदुद्दीन ओवैसी ने भी की निंदा

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि ‘विधानसभा एक पवित्र जगह है। इसकी कुछ पवित्रता है। यह एक अभद्र भाषा थी। वो एक प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। वो एक वजीर-ए-आला हैं। यह एक भद्दी टिप्पणी थी। वो बोल सकते थे कि जितनी ज्यादा महिला पढ़ेंगी, वो अपनी औलाद को कब पैदा करना है वो खुद तय करेंगी। लेकिन बजाय इसके इस तरह की अमर्यादित भाषा का प्रयोग करना सही नहीं। कम से कम आप इस बात का लिहाज तो करें कि आप कहां पर खड़े हैं। ये आप रोड पर नहीं बैठे थे।’