दिलजीत दोसांझ की फिल्म ‘सरदार जी 3’ पर चल रहे विवाद के बीच नसीरुद्दीन शाह ने सोमवार को उनका समर्थन करते हुए एक पोस्ट शेयर किया था। उन्होंने दिलजीत के खिलाफ खड़े राजनीतिक दलों की आलोचना की थी और अभिनेता के प्रति चुनिंदा नफरत पर सवाल उठाया। ऐसा करने के लिए तमाम लोगों ने नसीरुद्दीन शाह की निंदा की, जिसके बाद अब दिग्गज अभिनेता ने पोस्ट को हटा दिया है।
मगर अपना पोस्ट डिलीट करने के बाद तुरंत ही नसीरुद्दीन शाह ने एक क्रिप्टिक पोस्ट शेयर किया। जिसमें लिखा है,”बिना किसी की दाढ़ी जलाए सच की मशाल को भीड़ में ले जाना लगभग नामुमकिन है।” — जॉर्ज क्रिस्टॉफ़ लिश्टनबर्ग, वैज्ञानिक और दार्शनिक (1 जुलाई 1742–1799)
यूजर्स के रिएक्शन
एक यूजर ने टिप्पणी की, “ध्यान देने वाली बात है। आप इस तरह बोलने के लिए स्वतंत्र हैं। ये एक स्वतंत्र देश है, आप इसका हिस्सा हैं। आपके पास प्रभाव है, जो भी आपको सही लगता है उसका समर्थन करना आपका अधिकार और जिम्मेदारी है। लेकिन, दूसरे जो कर रहे हैं वो भी उनका अधिकार है।” एक अन्य यूजर ने टिप्पणी की, “ये बहुत कठिन है। सच्चाई हमेशा जीतती नहीं है, केवल भीड़ और दुर्भाग्य से सत्ता जीतती है।”
वहीं कुछ ने उनका विरोध भी किया है। एक यूजर ने लिखा, “नसीरुद्दीन शाह, अगर ‘सत्य की मशाल’ थामने का मतलब चुनिंदा आक्रोश फैलाना, पीड़ित की भूमिका निभाना और पकड़े जाने पर पोस्ट हटाना है, तो शायद यह मशाल… और टाइमलाइन छोड़ने का समय है।”
दिलजीत के सपोर्ट में ये था नसीरुद्दीन शाह का पोस्ट
नसीरुद्दीन शाह ने पोस्ट में लिखा था, “मैं दिलजीत के साथ मजबूती से खड़ा हूं। जुमला पार्टी का गंदा काम करने वाला विभाग उस पर हमला करने का मौका तलाश रहा है। उन्हें लगता है कि आखिरकार उन्हें मौका मिल ही गया। फिल्म की कास्टिंग के लिए वो जिम्मेदार नहीं था, निर्देशक जिम्मेदार था।लेकिन कोई नहीं जानता कि वह कौन है, जबकि दिलजीत को पूरी दुनिया जानती है और उसने कास्ट के लिए इसलिए हामी भरी, क्योंकि उसके दिमाग में जहर नहीं भरा है। ये गुंडे चाहते हैं कि भारत और पाकिस्तान के लोगों के बीच व्यक्तिगत संपर्क खत्म हो जाए। वहां मेरे करीबी रिश्तेदार और कुछ प्यारे दोस्त हैं और कोई भी मुझे उनसे मिलने या उन्हें प्यार भेजने से नहीं रोक सकता और जो लोग कहेंगे कि ‘पाकिस्तान जाओ’ तो उनका जवाब है ‘कैलाश जाओ’। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…