“हिंदू देवी-देवताओं का अपमान” करने के मामले में कॉमेडियन नलिन यादव अरेस्ट किए गए थे। इसके बाद हाल ही में उनकी बेल हुई है। अब खबर आई है कि कॉमेडियन नलिन ने अपने पैशन (कॉमेडी) को छोड़ मजदूरी करना शुरू कर दिया है। नलिन प्रोग्राम्स और इवेंट्स पर लोगों को हंसाने का काम करते थे। डेढ़ दशक से कॉमेडी कर लोगों को हंसाने वाले नलिन ने अब लोगों को हंसाना छोड़ दिया है और 200 रुपए की दिहाड़ी पर मजदूरी कर रहे हैं। नलिन का कहना है कि इस मुश्किल की घड़ी में सभी करीबी लोगों ने उनसे मुंह फेर लिया।
क्या था मामला: नलिन यादव को फारुकी और अन्य पांच लोगों के साथ इंदौर में 1 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था। इनके खिलाफ शिकायत की गई थी। 26 फरवरी को उन्हें जमानत मिली। गिरफ्तारी के बाद से अब नलिन यादव की जिंदगी पूरी तरह से बदल गई और उन्होंने कॉमेडी करना छोड़ दिया। मध्य प्रदेश के इंदौर में स्थानीय बीजेपी विधायक मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़ के बेटे एकलव्य सिंह गौड़ ने उन पर “हिंदू देवी-देवताओं का अपमान” करने का आरोप लगाया था। इसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई।
एच टी की रिपोर्ट के मुताबिक- नलिन ने बताया कि ‘मेरे बचपन के दिनों में अक्सर लोग और उनके दोस्त ये बात कहते थे कि उनका ह्यूमर बहुत अच्छा है। मेरे पास लोगों को हंसाने का हुनर रहै। मैंने इन शब्दों को बहुत ही सीरियसली ले लिया था। ऐसे में कई सालों तक कॉमेडी करता रहा। मुझे जरा भी बुरा नहीं लगता था जब लोग मुझे प्रोत्साहित करते थे। अब इतना हार्डवर्क करने के बाद मेरे पास आज कुछ नहीं बचा। आज में काम कर रहा हूं।’
उन्होंने आगे कहा- ‘मैंन अपने पिता को कुछ सालों पहले खो दिया था। कुछ महीनों पहलें अपनी मां को खो दिया था। इस बीच मेरे दोस्तों और कुछ अपनों ने मेरा साथ दिया। मेरा 17 साल का भाई भी है आकाश हमने खुद को इस बीच कभी अकेला नहीं पाया।’
यादव ने आगे कहा कि- ‘जब मैं जेल में भी था तब भी मुझे बुरा नहीं लगा न ही डिप्रेस्ड फील हुआ क्योंकि मुझे लोगों का सपोर्ट था। औऱ मेरे चार खास दोस्त प्रकाश व्यास, एडविन, सदाकत और पठान मेरे साथ थे। जो हमेशा मुझे सपोर्ट करते थे। मेरे कॉमेडी शोज को सराहते थे। मुझे आशा थी कि सब वैसा ही होगा।’
अकेले पड़ गए थे नलिन यादव: उन्होंने बताया कि वह तब बहुत हैरान रह गए जब वह बेल पर बाहर आए और उन्होंने खुद को अकेला पाया। लोगों ने हमसे रिश्ते नाते तोड़ लिए। यादव ने कहा- ’25 दिन के अंदर सब कुछ बदल गया किसी ने मुझे फोन तक नहीं किया। मेरा हाल तक जानना नहीं चाहा। पड़ोसी मुझे ऐसे देखते हैं जैसे कि मैं कोई क्रिमिनल हूं। मेरे कुछ दोस्त और मेरे छोटे भाई ने पैसे इकट्ठे कर मेरी बेल करवाई। अब नहीं चाहता कि कोई मेरा सपोर्ट करे।’
बता दें कि विधायक मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़ के बेटे एकलव्य सिंह का आरोप है कि शहर के एक कैफे में 1 जनवरी की शाम आयोजित कार्यक्रम में हिंदू देवी-देवताओं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और गोधरा कांड को लेकर अभद्र टिप्पणियां की गई थीं।