हैदराबाद निकाय चुनाव को लेकर तेलंगाना की राजनीति गरमाई हुई है। हाल ही में विधानसभा उपचुनाव में जीत के बाद से भाजपा के हौसले भी बुलंद हैं। गृह मंत्री अमित शाह से लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तक हैदराबाद में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। उधर असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई लगातार भाजपा पर निशाना साध रहे हैं। अब शायर मुनव्वर राणा ने असदुद्दीन ओवैसी पर शायरी लिखते हुए निशाना साधा है।
मुनव्वर राणा ने लिखा है,’औवेसी साहब,प्रोफेसर एजाज़ अफ़ज़ल मरहूम की ये चार लाइनें आपकी नज़्र हैं:ये शहर यह ख्वाबों का समंदर ना बचेगा,जब आग लगेगी तो कोई घर ना बचेगा।मक़तल की सियासत ना हमारी ना तुम्हारी,तफरीक़ करोगे तो कोई सर ना बचेगा। ‘ उन्होंने अपने ट्वीट में हैदराबाद और भाग्यनगर का भी जिक्र किया है। मुनव्वर राणा के इस ट्वीट पर यूजर्स की तरह-तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं।
आमिर आजम नाम के एक यूजर ने लिखा है,’नरेंद्र मोदी को अपना आदर्श मानने वाले शायर मुनव्वर राणा साहब,हैदराबाद में चुनाव है। भाजपा के नेता वहां जाकर धर्म के नाम पर ज़हर उगल रहे हैं और आप असदुद्दीन ओवैसी को टैग करके शायरी कर रहे हैं! आप जिन्हें आदर्श मानते हैं उनको बोलिए, वो अपनी पार्टी के नेताओं को रोकें ज़हर फैलाने से।’
विजय ढिल्लन नाम के एक यूजर ने लिखा है,’वो (ओवैसी) सियासत की सोचते हैं आप (मुनव्वर)मुसलमान की,दोनों की नहीं परवाह तनिक, हिंदुस्तान की। राणा साहब आपकी शख्सियत अब सरे आम है कोई परदादारी नही रही।’
औवेसी साहब
प्रोफेसर एजाज़ अफ़ज़ल मरहूम की ये चार लाइनें आपकी नज़्र हैं:
ये शहर यह ख्वाबों का समंदर ना बचेगा
जब आग लगेगी तो कोई घर ना बचेगामक़तल की सियासत ना हमारी ना तुम्हारी
तफरीक़ करोगे तो कोई सर ना बचेगा@asadowaisi#Hyderabad > #Bhagyanagar— Munawwar Rana (@MunawwarRana) November 29, 2020
खुर्रम मलिक नाम के यूजर ने लिखा है,’एक-आध शेर कांग्रेस पर भी बोल दीजिए राणा साहब। 70 सीट में से आधी भी ना जीत पाए ये लोग और अपनी शिकस्त को ओवैसी के सर मढ़ रहे हैं। आप से ऐसी उम्मीद नहीं होती।’
मौहम्मद आरिफ नाम के यूजर ने लिखा है,’ये जरूरी नहीं कि हर शख्स को हर शख्स पसंद हो। किसी की अच्छी बातें, किसी को बुरी लगती हैं । किसी की बुरी बातें, किसी को अच्छे लगती हैं। सोच अलग अलग है,जो जिस खेल का माहिर होता है उसी को मालूम उस खेल को कैसे खेला जाता है और जीता जाता है।’
