साल 2025 के आखिरी महीने दिसंबर में रिलीज हुई आदित्य धर के निर्देशन में बनी फिल्म ‘धुरंधर’ ने रणवीर सिंह की इंडस्ट्री में वापसी करवा दी है। इस मूवी को इंडस्ट्री के लोगों और दर्शकों दोनों से खूब सराहना मिल रही है। अब इस लिस्ट में मुकेश खन्ना का नाम भी शामिल हो गया है। ‘शक्तिमान’ एक्टर ने आदित्य की इस मूवी को परफेक्ट बताया है और साथ ही रणवीर-अक्षय खन्ना के अभिनय की खूब तारीफ भी की है। बता दें कि इससे पहले मुकेश खन्ना ने रणवीर को ‘शक्तिमान’ का रोल देने से मना कर दिया था। चलिए जानते हैं कि इस बार उन्होंने क्या कहा है।
‘धुरंधर’ को बताया परफेक्ट फिल्म
मुकेश खन्ना ने यूट्यूब पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने ‘धुरंधर’ मूवी को लेकर अपने विचार शेयर किए। एक्टर ने कहा, “धुरंधर फिल्म के लिए कई शानदार विशेषण इस्तेमाल किए जा सकते हैं। यह एक परफेक्ट फिल्म है, एक कमर्शियल फिल्म है और ऐसी फिल्म है जो जनता को पसंद आएगी। हर विभाग ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है, चाहे वह अभिनय हो, निर्देशन हो, एक्शन हो या लेखन। सभी ने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है, इसलिए आप इस फिल्म को हर मायने में धुरंधर कह सकते हैं।”
मुकेश खन्ना ने की रणवीर सिंह की तारीफ
इसके आगे उन्होंने रणवीर सिंह की तारीफ करते हुए कहा, “मैं इस फिल्म के हीरो ‘धुरंधर’ रणवीर सिंह की तारीफ करना चाहूंगा। अब आप कहेंगे कि आपने उन्हें ‘शक्तिमान’ का रोल नहीं करने दिया, तो मैंने भले ही उन्हें ‘शक्तिमान’ का रोल देने से मना कर दिया हो, लेकिन वो एक अच्छे एक्टर हैं, मैं हमेशा यही कहता हूं। इस फिल्म में उनमें गजब की ऊर्जा है और उनकी आंखों में एक गहरी सोच झलकती है, क्योंकि ये आदमी भारत से आया है और पाकिस्तान में बसाया गया है। वो कैसे इस दुनिया में प्रवेश करता है और एक गैंग का सदस्य बन जाता है।”
फिर मुकेश खन्ना ने यह भी बताया कि फिल्म में अक्षय खन्ना ने रणवीर सिंह को कुछ समय के लिए कैसे पीछे छोड़ दिया था। एक्टर ने कहा, “धुरंधर की जो भूमिका उन्हें (रणवीर) दी गई थी, उसमें उनका धीरे-धीरे विकास होना जरूरी था। मुझे यकीन है कि सीक्वल में उनकी पूरी कहानी को प्रमुखता से दिखाया जाएगा।”
फिर उन्होंने अक्षय के अभिनय की भी तारीफ करते हुए कहा, “आप सभी जानते हैं कि जिस अभिनेता के अभिनय की सबसे ज्यादा तारीफ हो रही है, वह अक्षय खन्ना हैं। वह बहुत कम फिल्मों में काम करते हैं। कुछ समय पहले वह हीरो हुआ करते थे। कुछ फिल्में चलीं तो कुछ नहीं, लेकिन उन्होंने हर फिल्म में अपनी छाप छोड़ी। इस फिल्म में उन्होंने सिर्फ अपनी छाप ही नहीं छोड़ी, बल्कि सारे प्रतिद्वंद्वियों को पछाड़ दिया। ऐसी बहुत कम फिल्में होती हैं, जिनमें खलनायक की प्रशंसा नायक से ज्यादा होती है।”
