Monsoon Session Of Parliament 2021:  संसद में मानसून सत्र के पहले दिन दोनों ही सदनों में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। लोकसभा में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने महंगाई और किसानों के मुद्दे पर नारेबाजी शुरू कर दी। उसी हंगामे के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए मंत्रियों का परिचय कराना चाहा और विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि यह ख़ुशी की बात है कि हमारे कई दलित भाई मंत्री बने हैं लेकिन कई लोगों को यह रास नहीं आ रहा है। उनके इस बयान पर कई विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया है कि उन्होंने उत्तर प्रदेश चुनाव को देखते हुए ऐसा कहा है। इसी मुद्दे पर आज तक के डिबेट शो में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजपाल कश्यप ने कहा कि बीजेपी जब फंसती है तो दलितों की आड़ लेती है।

चित्रा त्रिपाठी के शो, ‘दंगल’ में बोलते हुए राजपाल कश्यप ने कहा, ‘चित्रा जी, बीजेपी सरकार जब फंसती है तो दलितों की आड़ लेती है। उत्तर प्रदेश में जब दलित पिछड़ी महिलाओं की साड़ियां नोची जा रही थी, उन्हें बेइज्जत किया जा रहा था.. ये बीजेपी का शासन ही है। उत्तर प्रदेश में कोई दूसरी सरकार नहीं है। लखीमपुर में किस तरह से दुर्दशा हुई महिला की। आजमगढ़ में थाने में महिला सुरक्षित नहीं है।’

वो आगे बोले, ‘ये दिखाई नहीं दे रहा है? उन्नाव से लेकर हाथरस तक..और दूसरी बात दलितों पिछड़ों के हितैषी हैं तो क्यों नहीं जाति आधारित जनगणना कराते? जाति के हिसाब से दे दें हमारे नेता।’

 

वहीं डिबेट के दौरान बीजेपी प्प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि दलितों को जब मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है तो विपक्ष को किस बात की दिक्कत हो रही है। उन्होंने कहा, ‘अगर कोई दलित महिला मज़बूत होती है, अपने समाज का नेतृत्व करती है तो इन्हें परेशानी होती है। कहते हैं प्रधानमंत्री जी ने दलित से क्यों परिचय दिया। जो दलित की बेटी दलित की बेटी करती थी आज वो दौलत की बेटी बन गई और आज जब दलितों को मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है तो इन्हें दर्द क्यों हो रहा है।’

 

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए गौरव भाटिया ने कहा कि कांग्रेस में महिला सशक्तिकरण का मतलब है सोनिया गांधी को अध्यक्ष बना दो और प्रियंका गांधी को महासचिव बना दो।