Mohan Babu Check Bounce Case: दक्षिण भारतीय सिनेमा के सुपरस्टार मोहन बाबू को हैदराबाद की एक स्थानीय अदालत ने 2010 के चेक बाउंस मामले में एक साल की सजा सुनाई। तेलुगू निदेशक वाई पी एस चौधरी की ओर से दर्ज कराये गए मामले पर कोर्ट ने अभिनेता पर 40.75 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है।

चौधरी के वकील के.सत्य साईबाबा ने बताया कि अभिनेता मोहन बाबू की फिल्म प्रोडक्शन कंपनी श्री लक्ष्मी प्रसन्ना पिक्चर्स को शिकायतकर्ता को 10 हजार रुपए का जुर्माना देने की भी बात कही है। इस मामले में कंपनी का भी नाम शामिल है। फिल्म ‘देवदासू’ ने चर्चित चौधरी ने शिकायत दर्ज कराई थी।

चौधरी के वकील के मुताबिक, मोहन बाबू और चौधरी के बीच फिल्म डायरेक्ट करने को लेकर एक समझौता हुआ था। जिसमें फिल्म का निर्देशन कराने के लिए मोहन बाबू को 1 करोड़ 55 लाख रुपए देने थे। उन्होंने 1 करोड़ 10 लाख रुपए कई किस्तों में दिये। टैक्स चुकता करने के बाद उन्होंने आखिरी चेक 40.75 लाख रुपए की दी थी।

मोहन बाबू ने कोर्ट में अपनी सफाई में कहा, ”सलीम फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई। मैंने वाई. एस चौधरी से कहा कि मैं दूसरी फिल्म का निर्माण नहीं करुंगा। मैंने उनसे चेक को बैंक में जमा करने के मना किया था, हालांकि वह माने नहीं और चेक बाउंस हो गया।” बता दें कि ‘सलीम’ फिल्म का निर्माण मोहन बाबू ने किया था। इस फिल्म में उनके बेटे विष्णु और इलियाना डिक्रूज लीड भूमिका में थे।

बता दें कि मोहन बाबू साउथ इंडस्ट्री का बड़ा नाम हैं और वह फिल्मों के अलावा प्रोडक्शन और डायरेक्शन भी करते हैं। मोहन बाबू अबतक करीब 757 फिल्मों में लीड या सपोर्टिंव रोल अदा कर चुके हैं। उन्होंने अपने प्रोडक्शन हाउस श्री लक्ष्मी प्रसन्न पिक्चर्स के बैनर तले करीब 80 से ज्यादा फिल्मों का निर्माण किया है। चेक बाउंस केस में मोहन बाबू से पहले बॉलीवुड अभिनेता राजपाल यादव को भी सजा मिल चुकी है। कड़कड़डूमा कोर्ट ने राजपाल यादव पर 1.60 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया था और कोर्ट ने 6 महीने कैद की सजा सुनाई थी।

(और ENTERTAINMENT NEWS पढ़ें)