Modi Cabinet Reshuffle 2021: कैबिनेट विस्तार से ठीक पहले कई बड़े नामों को मोदी मंत्रिमंडल से हटा दिया गया जिसमें एक बड़ा नाम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन का रहा। उनके इस्तीफे की ख़बर ने सबको चौंका दिया है हालांकि जानकारों का मानना है कि कोरोना महामारी के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को लेकर जिस तरीके से हर्षवर्धन आलोचनाओं के घेरे में रहे, उन्हें इसी की कीमत चुकानी पड़ी है। उनके इस्तीफे पर कांग्रेस समेत कई पार्टियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा है। सपा नेता आईपी सिंह ने कहा है कि जिसे खुद पद छोड़ना चाहिए वो नाकामी छुपाने के लिए दूसरे मंत्रियों का इस्तीफा ले रहा है।
आईपी सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया, ‘जिस आदमी को खुद पद छोड़ देना चाहिए वो अपनी नाकामी छुपाने के लिए दूसरे मंत्रियों से इस्तीफा ले रहा है। सिर्फ एक इस्तीफे की ज़रूरत है, सरकार भी सुधर जाए और देश भी।’
आईपी सिंह ने और ट्वीट किया जिसमें वो लिखते हैं, ‘स्वयं प्रधानमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए आज देश आर्थिक रूप से दिवालिया होने के कगार पर है।’
जिस आदमी को खुद पद छोड़ देना चाहिए वो अपनी नाकामी छुपाने के लिए दूसरे मंत्रियों से इस्तीफा ले रहा है। सिर्फ एक इस्तीफे की ज़रूरत है, सरकार भी सुधर जाए और देश भी।
— I.P. Singh (@IPSinghSp) July 7, 2021
आपको बता दें कि इससे पहले मंत्री थावर चंद गहलोत ने भी अपना इस्तीफे दे दिया था जिसके बाद उन्हें कर्नाटक का गवर्नर बनाया गया है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के इस्तीफे पर कांग्रेस ने भी निशाना साधा है। कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मंत्री जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा है कि हर्षवर्धन को बलि का बकरा बनाया गया है। उन्होंने कहा कि एक अच्छे आदमी को उच्च स्तर पर हुई बड़ी विफलता के लिए बलि का बकरा बनाया जा रहा है।
हर्षवर्धन से दूसरी बार स्वास्थ्य मंत्री की ज़िम्मेदारी ली गई है। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वो स्वास्थ्य मंत्री बनाए गए थे लेकिन कुछ समय बाद स्वास्थ्य मंत्रालय जेपी नड्डा को सौंप दिया गया। जब नरेंद्र मोदी दोबारा सत्ता में आए थे तब फिर से हर्षवर्धन को स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी।
स्वास्थ्य मंत्री के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान हर्षवर्धन कोविड को लेकर विपक्षी पार्टियों के निशाने पर रहे। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि जनता और विपक्ष को मजबूत संदेश देने के मकसद से हर्षवर्धन का इस्तीफा लिया गया है।