एन चंद्रा की 1988 की ब्लॉकबस्टर रोमांटिक एक्शन फिल्म ‘तेजाब’ की कास्टिंग पिछले महीने फिर से चर्चा में आ गई जब अभिनेता आदित्य पंचोली ने दावा किया कि वह इस फिल्म के लिए पहली पसंद थे, लेकिन नेपोटिज्म के कारण उन्हें अचानक बदल दिया गया। हालांकि इस फिल्म का निर्माण भी चंद्रा ने ही किया था, लेकिन निर्माता बोनी कपूर के प्रभाव के कारण पंचोली की जगह उनके छोटे भाई अनिल कपूर को फिल्म में मुख्य भूमिका के लिए चुना गया।
‘तेजाब’ की लीड एक्ट्रेस को कास्ट करने को लेकर एक और कहानी मशहूर है। इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार शुरुआत में, इस भूमिका के लिए मीनाक्षी शेषाद्री पर विचार किया जा रहा था। सुभाष घई की 1983 की एक्शन रोमांस फिल्म ‘हीरो’ में जैकी श्रॉफ के साथ हिंदी सिनेमा में कदम रखने वाली यह अदाकारा 1980 के दशक की प्रमुख अभिनेत्रियों में से एक बन गईं। जब उनसे ‘तेजाब’ के लिए संपर्क किया गया, तब वह अमिताभ बच्चन के साथ टीनू आनंद की 1988 की कल्ट विजिलेंट एक्शन फिल्म ‘शहंशाह’ में भी काम कर रही थीं।
महीनों चली बातचीत के बाद, एन चंद्रा ने शेषाद्रि को हटाने का फैसला किया क्योंकि वो उन्हें उतनी फीस नहीं दे सकते थे, जितनी वो चार्ज कर रही थीं। जिसके बाद फिल्म मे उनकी जगह माधुरी दीक्षित को लिया गया। दीक्षित फिल्म ‘तेजाब’ से रातों रात स्टार बन गईं, खासकर उनके डांस गाने “एक दो तीन चार” की अपार सफलता के बाद।
हालांकि, दीक्षित और शेषाद्रि के बीच मनमुटाव 1989 में आई फिल्म ‘शनाख्त की कास्टिंग के दौरान और भी गहरा गया, जिसके लिए निर्देशक टीनू आनंद ने शेषाद्रि को दूसरी नायिका और डिंपल कपाड़िया को मुख्य नायिका के रूप में चुना था। कपाड़िया के फिल्म छोड़ने के बाद, आनंद ने शेषाद्रि की जूनियर और ‘तेजाब’ में उनकी जगह लेने वाली दीक्षित को बच्चन के साथ लीड एक्ट्रेस के रूप में लिया। यह बात शेषाद्रि को रास नहीं आई और उन्होंने फिल्म छोड़ दी। और हुआ यूं कि फिल्म तो बन गई, लेकिन कभी रिलीज नहीं हो पाई।
फिर आया ट्विस्ट
कहानी में एक नया मोड़ तब आया जब राजकुमार संतोषी की 1993 की कोर्टरूम ड्रामा फिल्म ‘दामिनी’ में सनी देओल के साथ कास्टिंग हुई। कहा जाता है कि निर्देशक को मीनाक्षी शेषाद्रि से प्यार हो गया और उन्होंने उन्हें प्रपोज भी किया, लेकिन मीनाक्षी ने उनके ऑफर का जवाब नहीं दिया। इस वजह से संतोषी को उन्हें बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा। लेकिन माधुरी दीक्षित समेत कई अभिनेत्रियों ने शेषाद्रि का साथ दिया और ऑफर ठुकरा दिया, जिससे संतोषी को शेषाद्रि को फिल्म में रखना पड़ा, जिन्होंने फिल्म में अपने करियर की बेस्ट भूमिकाओं में से एक निभाई।
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शेषाद्री ने पिछले साल जूम को दिए इंटरव्यू में इसके बारे में बात की थी। उन्होंने कहा था, “सभी ने मेरा समर्थन किया और कहा, ‘नहीं, हमें लगता है कि कुछ बहुत गलत है। अगर हम इस ऑफर को स्वीकार करते हैं… तो हम ऐसा नहीं कर सकते। या तो वो ही जारी रखें, हमें खेद है कि हम आपकी मदद नहीं कर सकते।’ मुझे लगा कि यही वह समय था जब मेरी हर महिला सहकर्मी के लिए मेरा सम्मान इस कदर बढ़ गया था।” उन्होंने आगे कहा, “मुझे पूरा यकीन है कि माधुरी उनमें से एक थीं। मुझे बाकी नामों के बारे में पूरी तरह यकीन नहीं है।”
