सत्ता, गायक, अजान, मौलवी और फतवा। यह पंचमेल हो तो इंटरनेट से लेकर टेलीविजन तक आपको छा जाने से कौन रोक सकता है। बालीवुड का एक सत्ता सापेक्ष चेहरा भी रहा है। चाहे गायक अभिजीत हों, वरिष्ठ अभिनेता अनुपम खेर या रणदीप हुड्डा। सत्ता के सुर में अभिनय करने के अपने फायदे होते हैं। और सत्ता के गलियारे में अभिनय की इस कड़ी में शामिल हो गए हैं सोनू निगम। सोनू निगम ने सोमवार सुबह ट्वीट किया था, ‘ऊपरवाला सभी को सलामत रखे। मैं मुसलमान नहीं हूं और सवेरे अजान की वजह से जागना पड़ता है। भारत में यह जबरन धार्मिकता कब थमेगी’। हालांकि विवाद होने के बाद सोनू ने शोर के दायरे में मंदिर और गुरुद्वारे को भी लाया। लेकिन सोनू पर एक खास समय में एक खास धर्म के प्रतीक पर हमला कर भगवा हुकूमत के सजदा होने का आरोप तो लग ही गया। मीडिया के अमले ने सारी रात सोनू के घर के बाहर रतजगा भी किया और ज्यादातर रपटें यही आर्इं कि मुंह अंधेरे सोनू के घर ऐसी कोई आवाज नहीं पहुंचती है। उनके घर के बहुत पास कोई मस्जिद नहीं है।

वैसे, इसके पहले सोनू निगम विवादित धर्म गुरु राधे मां को समर्थन देने के लिए भी विवादों में आए थे और उन्होंने राधे मां की पोशाक का बचाव करते हुए देवी काली के कम कपड़ों का जिक्र किया था जिससे विवाद पैदा हुआ था।

सुबह-सवरे ट्वीट कर दिया
सोनू निगम के सुबह-सवेरे किए ताजा ट्वीट ने वह सब कर दिया जो इसके वायरल होने और टीवी पर इस खबर की टीआरपी देने के लिए जरूरी था। इस मसले पर बॉलीवुड भी बंट गया और सोशल मीडिया पर सोनू के पक्ष और खिलाफ लोग आमने-सामने हो गए। एक मौलवी ने सोनू निगम के सिर मुंडाने का दस लाख का फतवा भी दे दिया। इसके बाद सोनू निगम ने पत्रकारों से एलान किया कि वे अपना सिर एक मुसलमान से मुंडवा रहे हैं और मौलवी साहब दस लाख रुपए उसे दे दें। पूरे फिल्मी तरीके से सोनू ने सिर भी मुंडवा लिया और फिर से मीडिया के सामने प्रकट होकर दस लाख रुपए देने की मांग की। लेकिन फतवा देने वाले मौलवी सैयद शाह आतिफ अली कादरी ने कहा कि सोनू निगम पूराने जूतों की माला पहन पूरे देश घूमने की शर्त पूरी करेंगे तभी वे पैसे देंगे। वहीं सोनू के सिर से बाल साफ करने वाले बालीवुड के ही केश-सज्जाकार आलिम हाकिम ने कहा है कि इनाम के पैसे उन्हें मिलने चाहिए और वो इसे दान कर देंगे।