लोक गायिका मैथिली ठाकुर सिर्फ 25 साल की उम्र में बिहार विधानसभा में सबसे कम उम्र की विधायक बनकर इन दिनों सुर्खियां बटोर रही हैं। अलीनगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर, उन्होंने न सिर्फ जीत हासिल की, बल्कि 17 साल बाद पार्टी को इस एरिया में सत्ता भी दिलाई। हालांकि, उनका यह सफर इतना आसान नहीं रहा। यहां तक पहुंचने के लिए मैथिली ने काफी मेहनत की है।

गायिका को कई रिजेक्शन, चुनौतियों और दर्दनाक अनुभवों का सामना करना पड़ा। सिर्फ इतना ही नहीं, जब वह स्कूल में थीं, तो उनके क्लासमेट उन्हें  ‘बेवकूफ बिहारी’ कहकर उनका मजाक उड़ाते थे। इसके अलावा 10 सालों में 17 बार मैथिली ने घर बदले, क्योंकि उनके पड़ोसी शिकायत कर दिया करते थे। चलिए जानते हैं गायिका की लाइफ के बारे में।

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कई रियलिटी शो से हुईं रिजेक्ट

अपने यूट्यूब चैनल पर जय मदान के साथ एक पुराने इंटरव्यू में मैथिली ने सिंगिंग रियलिटी शो के सफर के बारे में बताया था। उन्होंने कहा, “मैं बहुत रोती थी।” उनका पहला प्रयास ‘सा रे गा मा पा लिटिल चैंप्स’ में था, जहां उन्हें शास्त्रीय संगीत की तरफ ज़्यादा झुकाव होने के कारण रिजेक्ट कर दिया गया था।

मैथिली ने कहा, “जब मुझे रिजेक्ट कर दिया गया, तो मैंने खुद से कहा कि अगर मुझे ऐसा करना पड़ा, तो मैं बॉलीवुड के गाने भी गाऊंगी”। फिर 2015 में उन्होंने ‘इंडियन आइडल’ के लिए ऑडिशन दिया, लेकिन एक बार फिर उनके पिता ने उन्हें शास्त्रीय संगीत के प्रति समर्पित रहने के लिए प्रोत्साहित किया और उन्हें उसी कारण से रिजेक्ट कर दिया गया।

इसके आगे गायिका ने कहा, “कभी-कभी वे आपको यह भी नहीं बताते कि आपको क्यों रिजेक्ट किया गया है। मुझे बहुत बुरा लगता था।” फिर लगातार असफलताओं ने उन पर इतना गहरा असर डाला कि उन्होंने संगीत पूरी तरह छोड़ने तक का विचार कर लिया। उन्होंने बताया, “मैं गाना छोड़कर यूपीएससी की तैयारी करना चाहती थी। मैं पढ़ाई में अच्छी थी।”

स्कूल में क्लासमेट उड़ाते थे मजाक

मैथिलि का स्ट्रगल सिर्फ मंच तक ही सीमित नहीं था। उन्होंने स्कूल में भी खुद को अलग-थलग पाया। उनके टैलेंट ने उन्हें एक प्राइवेट स्कूल में मुफ्त दाखिला दिलाया, लेकिन अमीर क्लासमेट से घिरे होने के कारण उनके सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। इसके बारे में उन्होंने कहा, “मुझे अपनी उम्र की लड़कियों से डर लगता था। मैं उनके कमेंट्स से डरती थी। वे ‘बेवकूफ बिहारी’ कह देती थीं।”

10 सालों में बदले 17 बार घर

इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक पुराने इंटरव्यू में मैथिली की मां भारती ने खुलासा किया था कि शुरुआती साल परिवार के लिए आसान नहीं थे। उन्होंने कहा था, “हमने एक दशक में 17 घर बदले। उस समय हम सिर्फ एक कमरे वाले घर ही खरीद सकते थे और वे ज्यादातर किसी और के घर से जुड़े होते थे। मेरे पति और मेरे बच्चों का रियाज लोगों को परेशान करता था और हमें घर छोड़ना पड़ता था।

बच्चे कभी शरारती नहीं थे और न ही किसी को परेशान किया, लेकिन हम घर बदलते रहे, ताकि वे शांति से प्रैक्टिस कर सकें।” 2017 में परिवार ने दिल्ली के द्वारका में एक घर खरीदा और 2020 में एक बड़े अपार्टमेंट में रहने लगे, जिसे उन्होंने साउंडप्रूफ करवाया।

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