ममता कुलकर्णी के किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनने पर शंकराचार्य सहित तमाम संतों ने विरोध जताया था। बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने भी उनके इस पद को लेकर आपत्ति जताई थी। जब ये बात ममता कुलकर्णी को पता चली तो उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री को नैपी बाबा बताया और कहा कि वो अपने गुरु से पूछें कि वो कौन हैं। इसके बाद जब धीरेंद्र शास्त्री को पता चला कि ममता कुलकर्णी ने ऐसा कहा था तो उन्होंने उन पर पलटवार किया है।
शुभांकर मिश्रा ने अपने पॉडकास्ट में धीरेंद्र शास्त्री को बताया कि ममता कुलकर्णी ने उन्हें लेकर कहा है कि अब क्या बोलूं मैं उनके बारे में? जितनी उनकी उम्र है 25 साल उतना मैंने तप किया है। मैं धीरेंद्र शास्त्री को एक चीज कहना चाहती हूं कि अपने गुरु से पूछिए कि मैं कौन हूं? और चुपचाप बैठ जाइए।
क्या बोले धीरेंद्र शास्त्री?
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, “देखिए उनके हिसाब से ऐसा तोलना ठीक है।” जब उन्हें बताया गया कि ममता कुलकर्णी ने कहा है कि धीरेंद्र शास्त्री से पूछिए मैं कौन हूं? इस पर वो बोले- “बहुत ज्यादा जरूरत नहीं है, ये सबको पता है।” ये कहकर वो मुस्कुराने लगे। उन्होंने आगे कहा, “सबकी अपनी-अपनी जिंदगी है, हमने तो सत्य पर कहा है, सत्य पर हम बोलते रहेंगे ये बात भी तय है। जो उचित है उचित कहेंगे, जो अनुचित है अनुचित कहेंगे।”
दरअसल ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने पर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा था कि जब तक उनके अंदर वो साधुत्व और संतत्व न प्रकट हो, उन्हें महामंडलेश्वर नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने कहा था कि वो इससे सहमत नहीं हैं और ये भी कहा था कि वो अब तक खुद नहीं बन पाए।
इनके अलावा राम देव बाबा ने भी ममता कुलकर्णी के इस पद को लेकर तंज कसा था। उन्होंने कहा था, “आजकल तो किसी की भी मुंडी पकड़कर उसे महामंडलेश्वर बना दिया जाता है।” जब आप की अदालत में ममता कुलकर्णी को ये बताते हुए पूछा गया कि वो राम देव बाबा के बयान के बारे में क्या कहेंगी? इस पर उन्होंने कहा, “अभी क्या बोलूं में बाबा रामदेव के बारे में… बस यही कहूंगी कि उन्हें महाकाल और महाकाली का डर होना चाहिए।”