Maalik Movie Review: राजकुमार राव की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘मालिक’ रिलीज हो चुकी है। हर बार की तरह राजकुमार राव अपने दर्शकों को इंप्रेस करने में सफल रहे हैं। ये फिल्म एक गैंगस्टर पर आधारित है और ये किरदार राजकुमार ने ही निभाया है। उन्होंने कुछ ऐसा किरदार निभाया है जैसे 80 के दशक में एंग्री यंग का हुआ करता था। फिल्म में ढेर सारी मारपीट, खौफ, हिंसा दिखाई गई है।

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1988 की कहानी है और दीपक उर्फ मालिक के किरदार में राजकुमार राव हैं, जिनका खौफ इलाहाबाद शहर में फैला हुआ है। मगर पहले ऐसा नहीं था, वो एक आदर्श बेटा था जो अपनी किस्मत के आगे झुकना नहीं चाहता। वो इतना मजबूत बनना चाहता है कि उसका पिता ये महसूस कर सके कि वो एक स्ट्रॉन्ग बेटे का बाप है। मगर एक ऐसा मोड़ आता है जब वो खूंखार रूप ले लेता है। जिस दद्दा को वो आइडल मानता है उसी का गुर्गा मालिक के पिता को ट्रैक्टर से कुचल देता है। इसके बाद वो बदला लेने के लिए दीपक से मालिक बन जाता है और फिर शुरू होता है उसका आतंक।

कैसी है फिल्म की कहानी

अगर बात करें कहानी कि इसमें खास दम नहीं है। ज्योत्सना नाथ और पुलकित का स्क्रीनप्ले कुछ हिस्सों में ठीक-ठाक है, लेकिन कुल मिलाकर, इसमें नयापन बहुत कम है। हालांकि इसके डायलॉग दमदार हैं। फिल्म का डायरेक्शन अच्छा है और दर्शकों का ध्यान बांधे रखने के लिए काफी है। मगर अगर बात की जाए पूरी फिल्म की तो राजकुमार राव के कारण इसे ज्यादा देखा जा सकता है।

ये एक ऐसी कहानी है जो पहले कई गैंगस्टर फिल्मों में देखी जा चुकी है, जैसे “वास्तव” से लेकर “शूटआउट” सीरीज तक। यहां तक कि वेब पर भी ऐसे शोज की भरमार है, जिनमें इस तरह की कहानी दिखाई गई है। ये भी कहा जा सकता है कि ये फिल्म “खाकी: द बिहार चैप्टर” की एक याद दिलाती है। फिल्म का फर्स्ट हाफ छोटा है जबकि दूसरा पार्ट 90 मिनट का है, जिसके कारण फिल्म थोड़ी बोरिंग हो जाती है।

डायरेक्शन और म्यूजिक

फिल्म की सिनेमैटोग्राफी अच्छी है, इसे बनाया भी अच्छी तरह गया है और इसमें एक्शन भी जबरदस्त हैं। मगर जो एक कमी है वो सिर्फ कहानी है। फिल्म के गाने भी बॉलीवुड सॉन्ग की तरह दिलचस्प नहीं हैं। इसका टाइटल सॉन्ग भी दमदार नहीं है। मगर राजकुमार राव की एक्टिंग के लिए इस फिल्म को 2.5 स्टार दिए जा सकते हैं।