उत्तर प्रदेश के लखनऊ में खुले लुलु मॉल को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। पहले नमाज फिर हनुमान चालीसा पढ़ने को लेकर यह मॉल विवादों में हैं। अब इसी लुलु मॉल से जुड़े विवाद पर गीतकार और शायर जावेद अख्तर ने ट्वीट किया तो वह लोगों के निशाने पर आ गये। सोशल मीडिया पर लोग जावेद अख्तर के ट्वीट पर भड़क गये। 

दरअसल जावेद अख्तर ने ट्विटर पर यूपी पुलिस के उस प्रेस रिलीज को शेयर किया है जिसमें लुलु मॉल में धार्मिक क्रियाकलाप करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार करने की जानकारी दी है। जिसमें से तीन हिंदू हैं और एक मुसलमान है। पुलिस के इस प्रेस रिलीज को शेयर कर कुछ लोगों द्वारा सभी चार आरोपियों को नमाज पढ़ने का आरोपी बताया गया था जबकि ऐसा नहीं था!

सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इस प्रेस रिलीज को कुछ लोगों ने फेक बताया था और इन्हें नमाज पढ़ने के आरोपी नहीं बल्कि हनुमान चालीसा पढ़ने का आरोपी बताया था। इसी बीच जब जावेद अख्तर ने इस प्रेस को रिलीज के स्क्रीनशॉट को शेयर किया तो यूजर्स भड़क गये।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

एक यूजर ने लिखा कि ‘रेस्ट किया कीजिए नहीं तो फर्जी खबर शेयर करने के मामले में अरेस्ट हो जायेंगे।’ प्रणय पटेल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जावेद अख्तर साहब वो जिसके नाम का उल्लेख है वो हनुमान चालीसा पढ़ रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी क्यों हुई है या पूरे देश को पता है और आप अब नींद से उठकर अधूरी जानकारी को ट्वीट कर रहे हैं, गजब है।’

एम श्रीवास्तव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘कृपया उन्हें सही जानकारी दी जाए। भ्रामक खबर फैलाई जा रही हैं।’ जितेश नाम के यूजर ने लिखा कि ‘यह नमाज के लिए नहीं बल्कि लुलु मॉल में हनुमान चालीसा की घटना के लिए गिरफ्तार किये गये थे।’ अंकित नाम के यूजर ने लिखा कि ‘उदयपुर कांड पर तो इनके मुंह में दही जम गया था, गलत को गलत बोलना सीखो ताकि लोग नफरत करना बंद करें।’

बता दें कि लुलु मॉल में नमाज पढने वाले आरोपियों की पहचान मोहम्मद रेहान, आतिफ खान, मोहम्‍मद लोकमान और मोहम्‍मद नोमान के रूप में हुई है! लुलु मॉल को लेकर बढ़ते विवाद के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है और कहा है कि इस मामले में किसी भी तरह की राजनीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी।