योग गुरु बाबा रामदेव एलोपैथी पर दिए अपने बयान को लेकर विवादों में हैं। उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि कोरोना काल में जितने लोग कोरोना से नहीं मरे उससे कहीं अधिक एलोपैथिक दवाइयों के सेवन से मरे हैं। हालांकि विवाद बढ़ने पर उन्होंने माफी मांग ली थी। लेकिन फिर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और फार्मा कंपनियों को खुला खत लिखकर उनसे 25 सवाल पूछ डाले। इस पूरे विवाद में आईएमए और बाबा रामदेव आमने- सामने दिख रहे हैं। इसी बीच चर्चित कवि डॉ. कुमार विश्वास का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें वे बाबा रामदेव पर तंज कसते दिख रहे हैं।
कुमार विश्वास का यह वीडियो साल 2019 के एक कवि सम्मेलन का बताया जा रहा है। इसमें वे बाबा रामदेव को निशाने पर ले रहे थे। वो कहते हैं, ‘इस देश में दुकान में सामान हो या नहीं, बेचना दो लोगों को आया, दोनों इस समय टॉप पर हैं। अद्भुत काम है। बाबा ने तो क्या बेचा है! 12 साल बाबा ने टीवी पर आकर कहा काम धंधा छोड़ो योग करो। हमने योग शुरू कर दिया, उसने काम धंधा।’
कुमार विश्वास आगे कहते दिखाई दे रहे हैं, ‘वो सामान ऐसे बेचते हैं कि आप नहीं खरीदो तो आपको लगता है कि आप हिंदू धर्म से बाहर निकाल दिए जाओगे। वो फिनाइल बेचते हैं… गौनाइल…उसके ऊपर क्या लिखते हैं…गाय को कत्लखाने में जाने से बचाएं। अब आदमी को लगता है दो बोतल नहीं खरीदी तो एक गाय कटी।’
इसी दौरान कुमार विश्वास ने बाबा रामदेव की पतंजलि के नवरात्रि में इस्तेमाल होने वाले नमक पर भी तंज़ कसा और कहा कि उसके ऊपर ऐसी बातें लिखी थीं कि वो 3 दिन तक हंसते रहे थे।
उन्होंने बताया, ‘व्रत के नमक पर लिखा हुआ था – 25 लाख साल पुराने हिमालय से निकाला हुआ नमक। अब आदमी भावुक हो जाता है कि बाबा ने उतनी मेहनत की है तो खरीद लेते हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘ऊपर लिखा था 25 लाख साल पुराना नमक और नीचे कोने में छोटे अक्षरों में लिखा था एक्सपायरी डेट 26 अक्टूबर।’
आपको बता दें कि आईएमए ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने मांग की थी कि कोविड 19 के उपचार के लिए सरकार के प्रोटोकॉल को चुनौती देने और टीकाकरण पर कथित दुष्प्रचार अभियान चलाने के लिए योगगुरु पर राजद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए। आईएमए के कई शाखाओं की तरफ से भी बाबा रामदेव को मानहानि का नोटिस भेजा गया है।