हिंदी के चर्चित कवि कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) अपने सटायर के लिए काफी मशहूर हैं। राजनीति से लेकर सामाजिक मुद्दों को तंजभरे लहजे में श्रोताओं के सामने रखते हैं। हाल ही में कुमार विश्वास महाराष्ट्र के लातूर में एक कविता पाठ में पहुंचे जहां उन्होंने एक एनकाउंटर का जिक्र करते हुए यूपी पुलिसा पर तंज कसा।
कविता पाठ की शुरुआत करते हुए कुमार विश्वास ने कहते हैं कि मुझे पता है कि जिलाधीश और एसपी महोदय भी यहां बैठे हैं। दोनों को फॉर्मस ड्रेस में देख कुमार विश्वास ने कहा, इतने भले लग रहे हो कि भरोसा ही नहीं हुआ। कुमार आगे कहते हैं, ‘कितना सच्चा सीधा पुलिस वाला बैठा रखा है सफेद शर्ट में। हमें तो यूपी का अभ्यास है।’
जिलाधीश और एसपी की ओर मुखातिब होते हुए कुमार विश्वास तंज लहजे में कहते हैं, ‘हमारे जैसा हमारी जैसी पुलिस कहां बना पाओगे आप। ऐसा प्रदेश जहां अद्भूत पुलिस है। अगर मौके पर राइफल फेल हो जाए तो मुंह से ही ठांय-ठांय। बदमाश भी व्हाट्सअप कर देता है, दारोगा जी… मर गए हम।’
कुमार पाठ के अगले हिस्से में कहते हैं, ‘ये बैंक का कार्यक्रम है और बैंक ने विश्वास को बुलाया है। आजकल बैंकों में विश्वास का ही संकट है। बैंकों में अगर विश्वास पैदा करना है तो विश्वास बुलाओ।’ वहीं मंच पर बैठे कवि शंभूनाथ का नाम लेते हुए कुमार आगे कहते हैं, ‘आज शंभू पूछ रहा था कि कार्यक्रम में बड़े-बड़े राजनेता मिलेंगे। पाटिल साहब (शिवराज पाटिल) होंगे जिन्होंने ना जाने कितना राजनीति की है और आपने सिर्फ 7 साल ही की है। तो मैंने कहा सात साल हमने राजनीति की बाद में हमारे साथ हो गई। कुमार विश्वास की इस बात पर शिवराज पाटिल ठहाके मारकर हंसते हैं। राज्यसभा लोकसभा मिल सकती हैं लेकिन ये जनसभा कहां मिल पाएगी जहां दुनिया का मन गाया जाता है।’
गौरतलब है कि कुमार विश्वास देश-विदेश में कविता पाठ के लिए बुलाए जाते हैं। कुमार विश्वास अपने कविता पाठ में राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को सटायर के रूप में श्रोताओं के सामने रखते हैं। सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं और कई मुद्दों पर बोल ट्रोल के निशाने पर भी आ जाते हैं।