मशहूर कवि कुमार विश्वास (Kumar Vishvas) अपने ट्वीट को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। इस बीच कुमार विश्वास ने एक ट्वीट कर लोगों से पीएम मोदी द्वारा घोषित बीस लाख करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा को लेकर सवाल पूछा। कुमार विश्वास ने ट्वीट कर लिखा, ‘मूँगफली तो बड़ी है पर क्या बिना चोरी सरकारी सिस्टम इसके दाने आख़री आदमी तक कुछ पहुँचा सकेगा ?’

कुमार विश्वास के इस ट्वीट पर यूजर्स जमकर रिएक्ट कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘बिना घपले के, सरकारी खजाना जनता तक कभी नही पहुँचता , मोदी जी तो अच्छे है कोई शक नही, पर सिस्टम में मौजूद लोग इतने ईमानदार नही। एलान तो अच्छा है पर सिस्टम अमलीजामा भी पहनाए , तब बात बनेगी। दूसरे यूजर ने लिखा, ‘निसंदेह माननीय, प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा जनकल्याण के लिए एक बड़ा और बेहतरीन आर्थिक निर्णय लिया गया है लेकिन आखिरी लोगों तक इस राहत को पहुंचाना एक बड़ी चुनौती होगी।’

Kumar Vishvas, Covid relief package, Kumar Vishvas on Covid relief package, 20 lakh crore Covid relief package, narendra modi, pm modi, Kumar Vishvas tweet, Kumar Vishvas twitter, Kumar Vishvas reacts on Covid relief package, कुमार विश्वास, पीएम मोदी, नरेन्द्र मोदी, कोविड पैकेज
कुमार विश्वास ने ट्वीट कर लोगों से पूछा पीएम मोदी की घोषणा से जुड़ा सवाल

वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘भारत सरकार के कोठी से चले विकास के लम्बे पग. जनमानस तक पहुँचते-पहुँचते कब बौने हो जाते हैं पता ही नही चलता?’ कुमार विश्वास के इस सवाल पर जहां 45.9% लोगों ने हां में जवाब दिया तो वहीं 54.1% लोगों का ये मानना था कि ये लाभ आखिरी आदमी तक नही पहुंचेगा। ऐसा पहली बार नही है कि कुमार विश्वास का कोई ट्वीट चर्चा में रहा हो इससे पहले भी कुमार ट्वीट के माध्यम से बेबाकी से अपनी राय रखते हैं और हमेशा से ही खुलकर बोलते आए हैं।

बता दें कि बीते मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संकट के बीच अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान किया था। पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लेते हुए कहा था कि आत्मनिर्भर भारत पांच स्तंभों पर खड़ा होगा इकोनॉमी, इंफ्रास्ट्रक्चर, हमारा सिस्टम, हमारी डेमोग्राफ़ी और डिमांड। फिलहाल भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते लॉकडाउन लगा हुआ है। इस वक्त 85 हजार से ज्यादा लोग इस कोरोना वायरस से संक्रमित हैं वहीं 2752 लोगों की मौत हो चुकी है।