भोजपुरी के जाने-माने सितारे खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उन्हें उनकी गायिकी के साथ ही अभिनय के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में और गाने दिए हैं, जिस पर दर्शक और फैंस झूमने पर मजबूर हो जाते है। लेकिन, खेसारी लाल के लिए सफलता की सीढ़ी चढ़ना आसान नहीं थी। उन्होंने अपनी लाइफ में काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं। एक्टर बताते हैं कि उनके पास रहने के लिए घर नहीं था। जब वो पैदा हुए थे तो उनका घर बारिश में ढह गया था क्योंकि वो मिट्टी का था। उनका जन्म भी पड़ोस के घर में हुआ था। चलिए बताते हैं खेसारी लाल अपने गरीबी के दिनों को यादकर क्या बताते हैं।
दरअसल, खेसारी लाल यादव ने एक बार लहरें के साथ बात की थी। इस दौरान उन्होंने अपनी लाइफ और स्ट्रगल को लेकर काफी कुछ बताया था। इस बातचीत में उन्होंने उस पल को भी याद किया जब करियर की शुरुआत कर रहे थे और धीरे-धीरे अपनी लाइफ में आगे बढ़ रहे थे तो एक भोजपुरी स्टार से मुलाकात हुई थी। खेसारी उसका नाम नहीं लेते हैं। भोजपुरी के जाने-माने सिंगर से मुलाकात को लेकर कहते हैं, ‘जब शुरू में मेरी कैसेट्स चलने लगी तो मैं एक सुपरस्टार सिंगर से मिला तो मैंने उनके पैर भी छुए और उन्होंने मुझे धक्का मार दिया ये कहते हुए कि चल हट ना जाने कहां से आ जाते हैं लोग।’
स्ट्रगल को लेकर खेसारी बताते हैं कि उन्होंने बेहद गरीबी के दिन देखे हैं। वह कहते हैं, ‘जब मेरा जन्म हुआ था तो उस समय मेरा घर नहीं था। बारिश और बाढ़ में वो ढह गया था क्योंकि मिट्टी का बना था। इसलिए मां बताती हैं कि मेरा जन्म पड़ोस के एक घर में हुआ था। मेरे पापा अकेले कमाने वाले थे।’ खेसारी कहते हैं, ‘जब हम तीन भाई थे और जब छोटे थे तो सभी को एक जैसे कपड़े सिले जाते थे। बड़े भाई से जब कोई पैंट छोटी हो जाती तो उसे छोटा पहनता था।’
जब फ्लॉप हुई थी खेसारी की कैसेट्स
इतना ही नहीं, खेसारी लाल बताते हैं, ‘मैं स्टेज शोज करता था। मैं रामायण और महाभारत का गायक था। इसके लिए मुझे 100-500-1100 रुपए मिल जाया करते थे। तब मैंने एक कैसेट बनाया, जो बिहार के तीन जिला छपरा, सिवान और गोपलगंज में खूब हिट हुआ था। लेकिन, इसके पहले मैंने दो कैसेट बनाए थे तो कि फ्लॉप रहा था। लेकिन, मेरे पिता ने मेरा सपोर्ट किया और आगे कैसेट बनाया जिसके हिट होने के बाद एक कैसेट मालिक ने मेरा हाथ थामा। उन्होंने बिना पैसे के मेरा गाना रिकॉर्ड किया। वो भी हिट रहा। इसके बाद मेरे अपने पैसे नहीं लगे। कंपनी प्रोजेक्ट होते थे। मैं उनके लिए गाता था। ये कैसेट करते-करते मैंने एक एलबम ‘माल भेटाई मेला में’ गाया था, जिसने इंडस्ट्री के धुरंधरों को भी पीछे छोड़ दिया। मैंने इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।’
आपको बता दें कि खेसारी लाल यादव ने भोजपुरी म्यूजिक एलबम से हिट होने के बाद फिल्मों में स्मृति सिन्हा के साथ करियर की शुरुआत की थी। उनकी पहली भोजपुरी फिल्म ‘साजन चले ससुराल’ थी। इसमें दोनों की जोड़ी को काफी पसंद किया गया था। फिल्म की हिट के बाद स्मृति सिन्हा के साथ खेसारी की जोड़ी भी हिट रही और आगे भी दोनों ने बैक टू बैक कई फिल्मों में काम किया।
सलमान खान की फिल्में जबरदस्त ओपनिंग के साथ क्यों कर जाती हैं 100 करोड़ पार? पढ़िए पूरी रिपोर्ट