उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सत्ताधारी दल सत्ता में वापसी के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है। जहां एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनात जनता को लगातार अपने पिछले काम गिनाते नहीं थक रहे हैं तो वहीं उप मुख्यमंत्री भी खूब सक्रिय नजर आ रहे हैं। यूपी चुनाव के सिलसिले में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बीबीसी को इंटरव्यू दिया। यूं तो उन्होंने प्रदेश से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की, लेकिन हरिद्वार में हुई धर्म संसद के विषय में पूछे जाने पर वह बिफर पड़े। बीबीसी का दावा है कि उन्होंने इंटरव्यू रोककर फुटेज डिलीट भी डिलीट करवा दी।

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से हरिद्वार में आयोजित हुई धर्म संसद में नरसंहार की बात पर सवाल किया गया, “ये जो धर्म संसद हुई थी, उसमें मुस्लिमों के नरसंहार की बात कही गई थी। इसे लेकर IIM स्टूडेंट फैकल्टी ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी थी कि उन्हें और सूबे के मुख्यमंत्री को जैसे ही ये चीजें प्रकाश में आती हैं, वैसे ही बयान देकर लोगों को आश्वस्त करना चाहिए कि आप लोग किसी धर्म विशेष के खिलाफ नहीं हैं?”

रिपोर्टर की बात का जवाब देते हुए यूपी के उप मुख्यमंत्री ने कहा, “भाजपा को प्रमाण पत्र देने की आवश्यकता नहीं है। हम सबका साथ सबका विकास में विश्वास रखते हैं और जो धर्माचार हैं, उन्हें अपनी बात कहने का अधिकार होता है। आप हिंदू धर्माचार्यों की ही बात क्यों कर रहे हैं, बाकी धर्माचार्यों की बात क्यों नहीं करते। धर्म संसद भाजपा की नहीं होती है।”

केशव प्रसाद मौर्य ने अपनी बात बढ़ाते हुए आगे कहा, “जब धर्माचार्यों की बात करो तो वे केवल हिंदू नहीं होते हैं। मुस्लिम धर्माचार्य, ईसाई धर्माचार भी होते हैं। धर्म संसद सभी धर्माचार्यों की होती है, सभी संप्रदायों की होती है, सबकी होती है। उनको जो बात कहनी होती है, वो कहते हैं। मैं नहीं जानता किस वीडियो की आप बात कर रहे हैं। आप जो सवाल लेकर आए हैं, वह चुनाव को लेकर आए हैं या किसी और मुद्दे पर लेकर आए हैं। आप हर चीज को ऐसे मत जोड़िए।”

केशव प्रसाद मौर्य ने पत्रकार पर भड़कते हुए आगे कहा, “आप पत्रकार की तरह बात कीजिए। आप पत्रकार की तरह बात नहीं कर रहे हैं।” आप ऐसे बात कर रहे हैं, जैसे किसी के एजेंट हों।” अपना माइक उतारते हुए उन्होंने कहा, “मैं आपसे बात नहीं कर रहा।” बीबीसी हिंदी के मुताबिक केशव प्रसाद मौर्य ने रिपोर्टर का कोविड मास्क खींचा और सुरक्षाकर्मियों को बुलाकर जबरन वीडियो भी डिलीट करा दिया। हालांकि कैमरामैन ने चिप से डिलीट किये गए वीडियो को रिकवर करने में कामयाबी हासिल की।