फिल्म- केसरी चैप्टर 2
डायरेक्शन- करण सिंह त्यागी
कलाकार- अक्षय कुमार, अनन्या पांडे, आर माधवन और अन्या स्टार्स
रेटिंग- 4/5
Kesari 2 Movie Review, Rating: कुछ कहानियां ऐसी होती हैं, जो आपको अंदर तक झकझोरकर रख देती हैं। कुछ ऐसी भी होती हैं, जिसे देख आप सहम सकते हैं। भारतीय इतिहास के पन्नों में कुछ खूनी कहानियां दर्ज हैं, जिसे पुश्तों के बाद भी नहीं बुलाया जा सकता है। खासकर ब्रिटिश हुकूमत के जुल्मों की कहानियां, जिन्होंने 200 साल तक हिंदुस्तानियों पर जुल्म किया और फिर जब ‘भारत छोड़ो’ जैसे आंदोलन हुए तो हिंदुस्तानियों को धोखा दिया कि पहले विश्व युद्ध में साथ देंगे तो वो भारत छोड़ देंगे। भारतीयों को ब्रिटिश आर्मी में शामिल किया गया और फिर पहला विश्व युद्ध लड़े। युद्ध के खत्म होने के बाद ब्रिटिश आर्मी अपने बयानों से पलटी को भारतीयों को फिर धोखा दिया। इस युद्ध में सबसे ज्यादा सिखों ने हिस्सा लिया था और जब अंग्रेजों से धोखा मिला तो उन्होंने बगावत शुरू कर दी थी। फिर रोलट एक्ट जैसे कानून लाए गए, जिसका विरोध किया तो बदले में क्या मिला जलियांवाला बाग हत्याकांड 1919। ये खूनी खेल बेसाखी के दिन हुआ, जहां लोग खुशियां मनाने की तैयारी कर रहे थे वहीं, ब्रिटिश आर्मी को तानाशाही अफसर जनरल डायर ने धोखे से 1605 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। हालांकि, ऑफिशियल आंकड़े कम बताए गए और उन्हें मासूमों को आतंकवादी करार दिया था। लाशों में नदी नालों में बहा दिया गया था। जनरल डायर ने प्रेस तक के हाथ काट लिए थे। ये कहानी आज भी इतिहास के पन्नों में दर्ज है और उन दिनों को याद करें तो गोलियों और लोगों की आवाजें आज भी कानों में गूंज उठती है। अब कुछ यही कहानी अक्षय कुमार अपनी दमदार परफॉर्मेंस के साथ पर्दे पर लेकर आए हैं।
अक्षय कुमार की 2025 की दूसरी मोस्टअवेटेड फिल्म ‘केसरी चैप्टर 2’ को रिलीज कर दिया गया है। लोगों को इसका बेसब्री से इंतजार था। ये 2019 में रिलीज हुई फिल्म ‘केसरी’ की फ्रेंचाइजी है, जिसमें हवलदार ईशर सिंह की बहादुरी की कहानी को दिखाया गया था। ऐसे में अब अक्षय इसके सीक्वल के जरिए ‘जलियांवाला बाग हत्याकांड 1919’ की कच्चे चिट्ठे की कहानी को लेकर आए हैं, जिसके बारे में कम ही लोगों को पता होगा। किताबों में भी जलियांवाला बाग हत्याकांड का जिक्र तो है लेकिन, इसके बाद हुआ क्या था इसके बारे में शायद ही कोई जानता होगा। फिल्म के जरिए पहली बार सीरियस रोल में एक्ट्रेस अनन्या पांडे भी हैं। वहीं आर माधवन ने कमाल का प्रदर्शन किया है। अक्षय कुमार जहां फ्लॉप फिल्मों की लाइनें लगा रखे थे वहीं, इससे उनका दमदार कमबैक माना जा सकता है। चलिए बताते हैं इस सच्ची घटना पर आधारित फिल्म के बारे में…
कैसी है ‘केसरी चैप्टर 2’ कहानी?
अक्षय कुमार की ‘केसरी चैप्टर 2’ की कहानी में केवल जलियांवाला बाग हत्याकांड 1919 ही नहीं है बल्कि उस शेर की कहानी भी है, जिसने ब्रिटिश हुकूमत को नत मस्तक कर दिया था। वो शेर कोई और नहीं बल्कि सर शंकरन नायर थे, जो ब्रिटिश हुकूमत में एकमात्र ऐसे भारतीय थे, जो उनका कैबिनेट तक में उठना बैठना था। वो पेशे से एक प्रतिष्ठित वकील थे। साथ ही उस तानाशाही के अत्याचारों और जुल्मों की कहानी को बयां करती है, जो खुद को सही और निर्दोष लोगों को आतंकवादी करार देने के लिए कोर्ट में क्या-क्या तिकड़में नहीं लगाता है। वो तानाशाही जनरल डायर था।
फिल्म में कहानी की शुरुआत जलियांवाला बाग हत्याकांड से होती है और फिर कोर्ट रूम में तब्दील हो जाती है। इस फिल्म कहानी धीरे-धीरे आगे बढ़ती है और फिर अनन्या पांडे की एंट्री होती है फिर आर माधवन आते हैं। कहानी में मजा तब आता है जब कोर्ट में दोनों स्टार आमने सामने होते हैं। कोर्ट में उनके बीच की बहस तो ऐसे होती है मानों आप सच में उसे देख रहे हो। कहानी इतनी दमदार होती है कि आपको एक पल के लिए ऐसा नहीं लगेगा कि आप इससे बोर हो रहे हैं। बल्कि ये जानने के लिए एक्साइटेड रहेंगे कि आखिर होता क्या है और होने वाला क्या है।
शानदार स्क्रीन प्ले और डायरेक्शन
डायरेक्टर करण सिंह त्यागी ने फिल्म का निर्देशन किया है और अमृतपाल सिंह ने लिखा है। दोनों ने ही साथ में मिलकर क्या फिल्म बनाई है। इसका कोई जवाब नहीं है। इन्हें फिल्म का हीरो कहें तो इसमें कुछ गलत नहीं होगा। अमृतपाल सिंह ने फिल्म को लिखते समय इसकी हर बारिकियों का ख्याल रखा है। फैक्ट्स के साथ हर चीज को पेश किया है। वहीं, इसे स्क्रीन पर निखारने का काम करण सिंह त्यागी ने किया है। उन्होंने फिल्म में अपने डायरेक्शन से जान ही डाल दी। हर सीन और कड़ी को इतने शानदार तरीके से पेश किया है कि अगर पलक भी झपके तो कोई ना कोई सीन मिस ही कर देंगे। कोर्ट रूम ड्रामा जैसी फिल्मों को स्क्रीन पर दिखाना बड़ा चैलेंज होता है कि फैक्ट्स के साथ इसे पेश करना। खासकर न्यायालय की अवमानना का ख्याल रखना होता है। करण सिंह ने स्क्रीन पर अक्षय के साथ ही अनन्या पांडे, आर माधवन और अन्य कलाकारों को भी बराबर स्पेस दिया है। फिल्म में सीरियस कहानी के साथ ही इमोशन्स भी है।
अक्षय कुमार का कमबैक, अनन्या पांडे-आर माधवन ने भी जीता दिल
वहीं, फिल्म ‘केसरी चैप्टर 2’ में स्टार्स की एक्टिंग की बात की जाए तो कहानी, डायरेक्शन और स्क्रीनप्ले के साथ ही स्टार्स ने भी अपने दमदार अभिनय से फैंस और दर्शकों को दिल जीत लिया। अक्षय कुमार ने फिल्म में सर शंकरन नायर का रोल प्ले किया है और इस रोल के साथ वो न्याय करने में सफल रहे हैं। इससे मूवी को उनका अगर कमबैक कहा जाए तो इसमें कोई दो राय नहीं हैं। इसके साथ ही अनन्या पांडे ने वकील दिलरीत गिल, आर माधवन ने एडवोकेट मिकेनले का रोल निभाया है। आर माधवन तो अपने अभिनय के लिए जाने जाते हैं और जब वो कोर्ट रूम ड्रामा में दिखे तो कमाल ही कर दिया। अक्षय के साथ उनकी जोड़ी कमाल की लगी।
बैकग्रउंड स्कोर और सॉन्ग्स
‘केसरी 2’ के बैकग्राउंड स्कोर और सॉन्ग्स की बात करें तो ये कमाल का है, जो फिल्म की हर कड़ी से दर्शकों को जोड़ता है। फिल्म के कई सीन्स और गाने इतने कमाल के हैं, जो आपको अंगर से झकझोर देते हैं। फिर चाहे वो जलियांवाला बाग हत्याकांड का सीन हो या फिर कोर्ट रूम में कानूनी दाव पेंच लगाते अक्षय कुमार ही क्यों ना हों या फिर जनरल डायर को गिल्टी साबित करने वाला सीन क्यों ना हो। फिल्म में गिनती के गाने हैं लेकिन जवाब हैं। वहीं, जब ‘ओ शेरा’ गाना आता है तो थिएटर में आपके रोंगटे ही खड़े हो जाएंगे।
अंत में फिल्म को देखने और ना देखने की बात पर आएं तो ये इस फिल्म के लिए कोई ऐसा कोई सवाल ही नहीं है कि देखना चाहिए या नहीं। सच्ची घटना से प्रेरित इस फिल्म को हर हिंदुस्तानी को देखना चाहिए। हर भारतीय को उस सच को जानना जरूरी है, जिसके बारे में शायद ही कोई जानता होगा। ऐसी फिल्में में कम ही बनाई जाती हैं। वहीं, अगर आप पेशे से वकील हैं तो अक्षय कुमार को बेहतरीन वकालत करते और कानूनी दांव पेंच लगाते देख सकते हैं, जिसे देखकर मजा ही आ जाएगा। बल्कि अंत का जो सीन होता है, जिसमें जनरल डायर को गिल्टी साबित किया जाता है वो तो कमाल का होता है। कुल मिलाकर फिल्म सभी को देखनी चाहिए।