1 मई को मुंबई में आयोजित हुए वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंटरटेनमेंट समिट (WAVES) के पहले एडिशन में इंडियन सिनेमा के कई दिग्गज शामिल हुए। इस समिट के दूसरे दिन का एक सेशन में करीना कपूर खान और विजय देवरकोंडा के साथ था। इस सेशन को फिल्म निर्माता करण जौहर होस्ट कर रहे थे और उन्होंने साउथ बनाम बॉलीवुड के कई सवाल पूछे।
लंबे समय से बॉलीवुड और साउथ को लेकर बहस छिड़ी है। इंडस्ट्री से जुड़े कई लोग साउथ को बॉलीवुड से बेहतर बता चुके हैं। अब करण जौहर ने इस वेव्स समिट के दौरान साउथ सिनेमा, बॉलीवुड से बेहतर है, इस मुद्दे पर बात की और उन्होंने विजय देवरकोंडा की ओर इशारा करते हुए कहा, “मुझे विश्वास है विजय, आप एक ऐसे सिनेमा से आते हैं जो वास्तव में राजसी है और ये निश्चित रूप से एक अलग बहस है: क्या साउथ सिनेमा हिंदी सिनेमा से बेहतर है। मुझे लगता है कि ये हमें डिवाइड करता है। हमें ये मानना होगा कि ये इंडियन सिनेमा है। हम सभी इंडियन सिनेमा हैं। हम नॉर्थ नहीं हैं, हम साउथ नहीं हैं, हम मिलकर सिनेमा को वो बना रहे हैं जो वो है।”
करण ने आगे कहा, “मुझे लगता है कि ये सबसे जरूरी है कि हम डिवाइड न हों। मैं हमेशा ये कहता हूं और मैं भारतीय मीडिया से अनुरोध करता हूं कि जब आप ये पूछते हैं, तो आप वास्तव में हमें डिवाइड कर रहे हैं। और जब आप हमें अलग करते हैं, तो आप हमें तोड़ते हैं।”
करण जौहर ने साउथ वर्सेस बॉलीवुड की बहस को लेकर अपनी राय रखी और फिर उन्होंने विजय देवरकोंडा से पूछा कि वो साउथ वर्सेस बॉलीवुड की बहस से कैसे निपटते हैं, तो विजय देवरकोंडा ने कहा, “मुझे लगता है कि साउथ-नॉर्थ की बहस सुर्खियों के लिए दिलचस्प हो सकती है, लेकिन सिनेमा के लिए बहुत फायदेमंद नहीं है। अगर हमें दुनिया के दिग्गजों से मुकाबला करना है, तो हमें सहयोग करना होगा।”
उन्होंने इंडिया के दो सुपरस्टार शाहरुख खान और अल्लू अर्जुन का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, “शाहरुख सर की पिछली फिल्म ने 1000 करोड़ रुपये कमाए और फिर अल्लू अर्जुन की फिल्म ने 1000 करोड़ रुपये कमाए। तो जरा सोचिए अगर आप उन्हें एक फिल्म में साथ लाते हैं। जब आप भारत से दो सितारों को लाते हैं तो ये देश को एकजुट करेगा। किसी भी इंसान की एकमात्र महत्वाकांक्षा लोगों का ध्यान आकर्षित करना और अपनी पहुंच बढ़ाना है। यह केवल सहयोग के से ही संभव है।” इस इवेंट में शाहरुख खान ने भी भी अपने बारे में खुलकर बात की। शाहरुख खान ने कहा कि जब वो फिल्में नहीं कर रहे होते तो वो कुछ नहीं करते। वो खुद को समय देते हैं, अपने बच्चों के साथ रहते हैं और घर के काम में भी हाथ बटाते हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…