एक्ट्रेस से बीजेपी सांसद बनी कंगना रनौत अपनी बेबाकी के लिए जानी जाती हैं। वह किसी भी मुद्दे पर अपनी राय रखने से पीछे नहीं हटती हैं। अब बेंगलुरु के AI इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या मामले में भी कंगना ने बयान दिया है। उन्होंने इसे निंदनीय बताया है। उनका कहना है कि इस केस में समाजवाद और नारीवाद वाला एंगल है, जिससे वह काफी हैरान हैं।
एक्ट्रेस ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैं शॉक में हूं। उनका वीडियो दिल दहला देने वाला है… शादी जो हमारी भारतीय परंपराओं तक सीमित है, जब तक वो भारतीय परंपराओं तक बंधी हुई है। लेकिन ये जो केस है कम्यूनिज्म का कीड़ा इसमें हैं, सोशलिज्म का कीड़ा इसमें है, एक तरह से जो निंदनीय फेमिनिज्म है जो उसका पूरा साइड है, उसका कीड़ा इसमें है। और बाकी तीन चार चीजें इसमें, एक धंधा लोग बना के.. करोड़ों रुपये की एक्सटॉर्शन उससे की जा रही थी जो उसके बस से बहुत बाहर थी…”
एक्ट्रेस ने कहा कि युवाओं के साथ जो ऐसा हो रहा है ये बहुत गलत है। “करोड़ों रुपए मांगे जा रहे थे, जो उनकी कैपिसिटी से बाहर था, ये निंदनीय है। युवाओं पर इस तरह का बोझ नहीं होना चाहिए, जो उनकी सैलरी थी, उससे तीन गुना चार गुना वो प्रोवाइड करा रहे थे।”
कंगना ने आगे कहा कि जितनी महिलाओं को हर दिन प्रताड़ित किया जा रहा है, उसे नहीं झुठलाया नहीं जा सकता। 99 फीसदी शादी में पुरुषों का ही दोष होता है, इसलिए ऐसी गलतियां हो जाती हैं। कंगना का ये बयान इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोग इसके लिए उन्हें ट्रोल भी कर रहे हैं।
क्या है मामला?
बता दें कि बेंगलुरु के अतुल सुभाष का इंटरनेट पर वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो अपनी पत्नी और उसके परिवार पर प्रताड़ित करने का आरोप लगा रहे हैं। आत्महत्या से पहले अतुल ने राष्ट्रपति को एक पत्र भी लिखा था, जिसमें उन्होंने न्याय प्रणाली की आलोचना की थी। उन्होंने लिखा था कि आज के समय में पति पर झूठे आरोप लगाकर उसे पत्नी द्वारा फंसाया जा रहा है। अतुल ने पूरे 24 पन्नों का सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें उन्होंने सारी बातें डिटेल में बताई हैं। साथ ही लिखा है, “अगर इतने सबूतों, तमाम डॉक्यूमेंट्स, मेरे बयान के बाद भी मेरे गुनहगारों को सजा नहीं मिलती है, तो मेरी अस्थियां कोर्ट के बाहर किसी गटर में बहा देना चाहिए, ताकि मैं ये जान जाऊं कि इस देश में एक निर्दोष व्यक्ति की क्या जिंदगी होती है। मैं अपने मां-बाप और भाई से माफी भी मांगता हूं, जिस उम्र में मुझे उनका सहारा बनना था, उस उम्र में मैं उन्हें छोड़कर जा रहा हूं।”