किसान आंदोलन पर अंतरराष्ट्रीय स्टार्स और फेमस पर्सनलिटीज ने भी अपनी बात खुलकर रखी है। पॉप गायिका रिहाना, पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग, एडल्ट स्टार रही मिया खलीफा आदि लोगों ने किसानों के समर्थन में ट्वीट किया। मिया खलीफा ने आज सुबह फिर एक वीडियो शेयर कर किसानों के प्रति अपना समर्थन जताया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर जो कैंपेन चल रहा है, इंसानियत के तौर पर मैंने भी उसमें हिस्सा लिया। विदेशी कलाकारों के किसान आंदोलन पर बोलने को लेकर भारत के कई कलाकारों ने इसे आंतरिक मुद्दा बताते हुए उनके बोलने पर आपत्ति जताई।

अभिनेत्री कंगना रनौत ने भी इस पर अपनी बात रखी और कहा कि ये देश के खिलाफ एक अंतरराष्ट्रीय साज़िश है। कंगना रिपब्लिक टीवी पर  अर्नब गोस्वामी से बातचीत कर रहीं थीं। अर्नब गोस्वामी के सवाल का जवाब देते हुए कंगना रनौत ने कहा कि ग्रेटा थनबर्ग को ऑटिज्म की शिकायत हो सकती है। वो बोलीं, ‘यह भारत को टुकड़े- टुकड़े करने की साजिश है। वो जो बच्ची है, जिसका नाम ग्रेटा थनबर्ग या कुछ है, उसने गलती से..मुझे लगता है कि उन्हें ऑटिज्म (बच्चों में होने वाली मानसिक बीमारी) है या उनसे गलती हो गई क्योंकि ट्वीट के तुरंत बाद जो डॉक्यूमेंट अटैच था, वो डिलीट कर दिया गया था।’

कंगना रनौत ने आगे कहा, ‘हमारा देश इन्हीं साजिशों से कारण पहले भी टुकड़ों में बंटा है। वो चाहे इस्लामिक प्रोपेगेंडा हो..इस्लामिक आंदोलन ने भारत के कई टुकड़े किए और फिर खालिस्तानी आंदोलन हुआ जिसके चलते देश के नेताओं को गोली से उड़ा दिया गया था।  कनाडा जैसे देशों में रहने वाले खालिस्तान समर्थक तत्वों की एक ही चाहत है- यहां पर सरकार को इतना मजबूर कर दें कि सिख समुदाय से 10 -15 लोगों की लाशें बिछ जाए ताकि ये आंदोलन यहां आग पकड़े। ये बहुत ही बड़े स्तर की अंतरराष्ट्रीय साज़िश है।’

कंगना रनौत ने रिहाना पर भी निशाना साधा और कहा कि महामारी के दौरान उन्होंने एक ट्वीट नहीं किया, जब अमेरिका में हमले हुए तब कुछ नहीं कहा फिर अचानक सुबह उठकर कहती हैं कि किसान आंदोलन पर बात करते हैं।

कंगना रनौत ने रिहाना पर पैसे लेकर ट्वीट करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘उसने कम से कम उस एक ट्वीट के लिए 100 करोड़ रुपए लिए होंगे। ग्रेटा जैसे बच्ची को इस्तेमाल किया जा रहा है और ये इंडिया के लिए मास्टरस्ट्रोक है। मैं तो कहती हूं, उसे अगले साल पद्मश्री मिलना चाहिए।’