73वें गणतंत्र दिवस पर भारत सरकार ने 128 पद्म पुरस्कारों की घोषणा की है। जिसमें एक नाम उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के दिवंगत नेता कल्याण सिंह का भी है। उन्हें मरणोपरांत पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। साल 2021 में ही उनका निधन हो गया था। सरकार ने उनके द्वारा किए गए लोक कल्याण के लिए उन्हें ये पुरस्कार दिया है।
सरकार के ऐलान के बाद प्रख्यात पत्रकार राजदीप सरदेसाई के एक ट्वीट ने ट्विटर पर हलचल मचा दी है। उन्होंने कल्याण सिंह के खिलाफ ट्वीट किया, जिसके बाद फिल्म मेकर अशोक पंडित ने उन्हें मुंह तोड़ जवाब दिया है।
राजदीप सरदेसाई ने लिखा, ” चूंकि हम ऐसे देश में रहते हैं जहां लोग बहुत जल्दी भूल जाते हैं, लेकिन यह मत भूलिए की 1992 में जब बाबरी मस्जिद गिराई गई थी तब कल्याण सिंह ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। ये एक्ट एक अपराध था, जिसमें सुप्रीम कोर्ट द्वारा उनकी भूमिका को भी जांच के घेरे में रखा गया था। ऐसे व्यक्ति को देश का दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार दिया जा रहा है।”
राजदीप के इस ट्वीट के बाद फिल्ममेकर अशोक पंडित ने उन्हें घेरते हुए लिखा, ” गणतंत्र दिवस के दिन जहर फैलाना बंद करो। परिवार की ओर अपनी सेवाएं जारी रखो।” अशोक पंडित के इस ट्वीट पर सजद सबरीन नाम के यूजर ने लिखा, ”क्यों पंडित जी सच्चाई चुभ गई।”
अशोक पंडित के ट्वीट पर रंजन जयंथी नाम के एक युवक ने लिखा, ”कल्याण सिंह एक नायक, सच्चे राम भक्त। राजदीप, कल्याण नाम लिखने से पहले अपना कीबोर्ड साफ कर लो। आपका कीबोर्ड औरंगाबाद बाबरों की पूजा करता है। कल्याण सिंह शुद्ध हैं और वह भगवान राम में विलय हो गए।” वहीं दीपक शाह नाम के एक यूजर ने लिखा, ”ये लोग कभी नहीं सुधर सकते, पूरी जिंदगी ऐसे ही काट दी देश को गुमराह करने में।” एस प्रसाद नाम के एक यूवक ने राजदीप पर तंज कसते हुए लिखा, ”राजदीप सरदेसाई धर्मनिरपेक्षता की रक्षा के नाम पर नफरत फैलाते हैं…साम्प्रदायिक झगड़ों में खोई जान उसकी रोजी-रोटी लगती है।”
आपको बता दें कि कल्याण सिंह समेत 3 महान विभूतियों को पद्म पुरस्कार दिया गया है। गोरखपुर गीता प्रेस के अध्यक्ष रहे राधेश्याम खेमका को साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में मरणोपरांत पद्म विभूषण से नवाजा गया है। वशिष्ठ त्रिपाठी को साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में सम्मानित किया गया है, राशिद खान को कला, कमालिनी अस्थाना और नलिनी अस्थाना को कला, शिवनाथ मिश्रा को कला, लखनऊ की विद्या विंदू सिंह को साहित्य और शिक्षा,शीश राम को कला, वाराणसी के शिवानंद को योग के लिए सम्मानित किया गया है। मिर्जापुर की अजीता श्रीवास्तव को कल, प्रयागराज के अजय कुमार सोनकर को साइंस और इंजीनियरिंग, सिदार्थनगर के डॉक्टर कमलकार त्रिपाठी को चिकित्सा के क्षेत्र में योगदान देने के लिए पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया है।
आपको बता दें कि कल्याण सिंह को लोग ‘बाबू जी’ बुलाया करते थे। उनके निधन के बाद 3 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया था।राम जन्म भूमि आंदोलन में उनकी अहम भूमिका रही है। कल्याण सिंह की गिनती भाजपा के दिग्गज नेताओं में की जाती थी।