दुनिया के जाने-माने पॉप सिंगर्स में से एक जस्टिन बीबर के फैंस के लिए एक बुरी खबर है। इस खबर की जानकारी खुद जस्टिन बीबर ने सोशल मीडिया पर आकर फैंस को दी है। हाल ही में गायक ने अपने एल्बम ‘जस्टिस’ के प्रमोशन के लिए दुनिया के कई देशों का दौरा करने का एलान किया था। हालांकि कुछ दिनों बाद ही गायक ने अपने दौरे को स्थगित कर दिया। इसका मतलब है कि उनके फैंस को इस कॉन्सर्ट के लिए और इंतजार करना पड़ेगा। दरअसल पॉप स्टार इस वक्त गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, जिसकी वजह से उनके चेहरे का एक हिस्सा लकवाग्रस्त यानी पैरालिसिस हो गया है।
सिंगर ने शेयर किया वीडियो: जस्टिन बीबर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में वह काफी कमजोर नजर आ रहे हैं और कहीं न कहीं ऐसा लगा रहा है कि उन्हें बोलने में भी दिक्कत हो रही है। इस वीडियो के माध्यम से उन्होंने बताया कि वह रामसे हंट सिंड्रोम से पीड़ित हैं। एक वायरस की वजह से उन्हें ये खतरनाक बीमारी हुई है।
ये वायरस इतना खतरना है कि ये उनके चेहरे की नसों पर लगातार अटैक कर रहा है। इसकी वजह से आधा चेहरा पैरालिसिस हो गया है। जस्टिन ने वीडियो में फैंस को ये दिखाया भी है कि कैसे उनकी एक तरफ की आंख झपक नहीं रही है। वो एक साइड स्माइल भी नहीं कर पा रहे हैं और उनकी नाक भी हिल नहीं रही है।
काम करना बेहद मु्श्किल: जस्टिन अपने वीडियो में आगे कहते है कि वह इस समय स्टेज पर परफॉर्म नहीं कर सकते हैं, क्योंकि उनका शरीर काम नहीं कर रहा है। यह वायरस चीज बेहद गंभीर है, जैसा कि आप देख सकते है मेरे शरीर को। डॉक्टर्स ने भी मुझे पूरी तरह से आराम करने के लिए कहा है।
5 साल बाद भारत में होने वाला था शो: जस्टिन के इस वीडियो के बाद उनके भारतीय फैंस को बड़ा झटका लगा है। सिंगर 5 साल बाद भारत आ रहे थे। वो 18 अक्टूबर को दिल्ली में परफॉर्म करने वाले थे। इससे पहले वो साल 2017 में भारत आए थे और उनका कॉन्सर्ट तब मुंबई में हुआ था। हालांकि, उनका शो काफी विवादित में रहा था, क्योंकि वो भारत में तीन दिन रुकने वाले थे, लेकिन कुछ घंटे ही रुकने के बाद वो अचानक इंडिया से चले गए थे।
क्या होते है रामसे हंट सिंड्रोम के लक्षण?: रामसे हंट सिंड्रोम या आरएचएस एक दुर्लभ नसों से संबंधी बीमारी है। इसमें कान के पास, चेहरे पर या मुंह पर दर्दनाक चकत्ते हो जाते हैं। इसके अलावा पीड़ित के चेहरे पर पैरालिसिस यानी लकवा भी हो सकता है। इससे कान में बहरेपन की गंभीर समस्या भी हो सकती है। यह दुर्लभ बीमारी तब होती है जब वेरिसेला-जोस्टर वायरस सिर की नस को संक्रमित करता है।