हॉलीवुड एक्टर्स जॉनी डेप और एंबर हर्ड बीते कई दिनों से अपने मानहानि के मुकदमे को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं। हालांकि ये मामला जून में खत्म हो चुका था और इसमें डेप को जूरी की तरफ से हरी झंडी मिली और वो केस जीत गए। बावजूद इसके इस मामले में अब भी कई बड़े खुलासे हो रहे हैं। ट्रायल से पहले अदालत में जो दस्तावेज जमा कराए गए थे, जिनमें कई बड़े खुलासे हुए हैं।
एंटरटेनमेंट टुनाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, डेप की टीम ने सबूत के तौर पर एंबर हर्ड की न्यूड तस्वीरें जमा करवाने की कोशिश की थी। वहीं दूसरी तरफ हर्ड की टीम ने भी दावा किया था कि इरेक्टाइल डिसफंक्शन की दवा ले रहे हैं। ये चौंकाने वाले विवरण कथित तौर पर 6,000 पन्नों के प्री-ट्रेल कोर्ट दस्तावेजों में सामने आए हैं।
ये हाई-प्रोफाइल ट्रायल हफ्तों तक चला और मामले से जुड़े सभी लोगों ने गवाही दी, जिसमें उनके परिवार के सदस्य भी शामिल थे। इतना ही नहीं हर्ड की मेकअप आर्टिस्ट ने कहा था कि डेप द्वारा दिए गए जख्मों को छिपाने के लिए उन्होंने हर्ड के चेहरे पर भारी मेकअप किया था। वहीं हर्ड की बहन का कहना था कि उन्होंने अपनी आंखों से डेप को एक्ट्रेस को मारते हुए देखा है।
हर्ड की तरफ ये कहा गया था कि डेप ने उनके साथ मारपीट की है, जिसकी तस्वीरें भी कोर्ट को दी गई थीं। इसके अलावा कुछ रिकॉर्डिंग भी सामने आई थीं, जिनमें हर्ड जॉनी डेप के साथ झगड़ती सुनाई दी थीं। हाल ही में एम्बर हर्ड ने जॉनी डेप को 10 मिलियन अमरीकी डालर का भुगतान करने से बचने के लिए खुद को दिवालिया घोषित कर दिया है।
हाल ही में सामने आया है कि एक्ट्रेस के वकीलों का कहना था कि डेप और एंबर के इस मुकदमे में जो फैसला सुनाया गया है वो गलत है। वकीलों ने एक अमेरिकी अदालत में कहा था कि हाई-प्रोफाइल मुकदमा होने के कारण इस ट्रायल में एक गलत जूरी सदस्य को भी शामिल किया गया। साथ ही उन्होंने अदालत से 1 जून के फैसले को खारिज करते हुए नए सिरे से सुनवाई का आदेश देने को कहा था।