गीतकार जावेद अख़्तर (Javed Akhtar) ने पिछले दिनों कहा था कि वे नास्तिक हैं। ट्विटर पर यह जानकारी साझा करने के बाद वे ट्रोल के निशाने पर आ गए। इसी कड़ी में मोहम्मद याकूब नाम के एक ट्विटर यूजर ने जावेद अख़्तर के नास्तिक होने पर सवाल उठाते हुए उन्हें घेर लिया और लिखा कि जिन्ना ने सही कहा था, तुम लोग जीवन भर अपनी लॉयल्टी साबित करते फिरोगे। इस पर जावेद अख़्तर बिफर बड़े और शख़्स की बोलती बंद कर दी।
शख़्स ने जावेद अख़्तर को ट्रोल करते हुए लिखा, ‘नास्तिक बनने के लिए सही समय है। जिन्ना ने ठीक ही कहा था…तुम जीवन भर अपनी वफादारी साबित करते हुए फिरोगे’। शख़्स के ट्वीट का जवाब देते हुए जावेद अख़्तर ने लिखा, ‘कायदे आजम को मेरी नास्तिकता से कोई दिक्कत नहीं होती। वे तुम्हारी तरह नहीं थे। वे तो पैदाइशी शिया मुसलमान और वेस्टर्न कल्चर को मानने वाले जेंटलमैने थे, जो पोर्क भी खाते थे और व्हिस्की भी पीते थे’।
जावेद अख़्तर (Javed Akhtar) यहीं नहीं रुके, उन्होंने तंज कसते हुए शख़्स से सवाल पूछा, ‘वैसे क्या ‘शिया’ अभी भी पाकिस्तान में मुसलमान माने जाते हैं?’। जावेद अख़्तर के इस जवाब पर तमाम दूसरे ट्विटर यूजर भी रिएक्ट करते नजर आए। एक यूजर ने लिखा, ‘भरोसा नहीं होता है कि ये आपका ट्वीट है। ‘शिया’, बेशक मुसलमान ही हैं। आपको क्या लगता है?’
Unlike you dear Yaqoob saheb your qaid -e-Azam would have never found any problem with my atheism. After all he him self was a pork eating whiskey drinking westernised gentleman who was only born a Shia . BTW are Shias still considered Muslims in Pakistan
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) March 8, 2020
उधर, तमाम लोग जावेद अख़्तर को सपोर्ट भी करते दिखे। शिखर नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘अपना स्टेटस देखिये, आपसे तो ऊंचा ही स्टेटस है जावेद साहब का…पूरी दुनिया जानती है उनको’। एक शख़्स ने लिखा, ‘बहुत अच्छा जवाब दिया। इस तरह के लोगो दोनों तरफ हैं, जिन्हें मानवता में कोई भरोसा नहीं है। वे पूरी सभ्यता को कबीलाई युग में पहुंचाने पर तुले हुए हैं’।
Although I am an Athiest I hang my head in shame as an Indian that near Banglore a statue of Jesus was removed with a crane by the police following the orders of Karnataka Govt.
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) March 7, 2020
आपको बता दें कि पिछले दिनों बेंगलुरु से जीसस की एक प्रतिमा हटाने पर जावेद अख़्तर ने पुलिस पर निशाना साधा था। उन्होंने एक के बाद एक, सिलसिलेवार ट्वीट किये थे। इसी क्रम में उन्होंने लिखा था, ‘वैसे तो मैं नास्तिक हूं, लेकिन एक भारतीय होने के नाते मेरा सिर शर्म से झुक गया। कर्नाटक सरकार के आदेश पर बेंगलुरु पुलिस ने क्रेन के जरिये जीसस की प्रतिमा को हटा दिया…’।