बॉलीवुड के फेमस गीतकार और शायर जावेद अख्तर अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं। वह देश-विदेश और इंडस्ट्री से जुड़े मुद्दों पर खुलकर अपनी राय देते हुए नजर आते हैं। अब वह अपनी एक डिबेट को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। दरअसल, हाल ही में गीतकार लल्लनटॉप पर हुई डिबेट Does God Exist का हिस्सा बने, जहां उनके साथ मौलाना मुफ्ती शमाइल नदवी नजर आए। दोनों के बीच ‘क्या दुनिया में ईश्वर है’ को लेकर जबरदस्त बहस देखने को मिली।
इस दौरान जावेद अख्तर ने बातों-बातों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना ‘खुदा’ से कर दी। चलिए जानते हैं कि आखिर ये पूरा मामला क्या है। पहले कुछ राउंड में जावेद अख्तर और मुफ्ती शमाइल नदवी ने ‘क्या दुनिया में ईश्वर है’ को लेकर अपने-अपने पक्ष रखे। इसके बाद बात चली कि अगर खुदा है और उसकी मर्जी के बगैर धरती पर पत्ता भी नहीं हिलता, तो फिर दुनिया में हत्या और रेप जैसी घटनाएं क्यों हो रही हैं? फिर गीतकार ने आगे कहा कि गाज़ा में इतने बच्चों की जानें गईं, खुदा या भगवान या गॉड इसे रोकता क्यों नहीं है?
इस पर मुफ्ती ने जवाब दिया कि दुनिया में किसी को तकलीफ आ रही है और खुदा उसे नहीं रोक रहा, तो वह इसलिए क्योंकि इंसानों को ‘फ्री विल’ (स्वतंत्र इच्छा) मिली है। जैसे अगर एक डॉक्टर किसी छोटे बच्चे को इंजेक्शन लगा रहा है, उसे तकलीफ पहुंच रही है तो उसके लिमिटेड पर्सपेक्टिव से उसके साथ गलत हो रहा है और डॉक्टर बुरा है, लेकिन जब आप ब्रॉडर पिक्चर देखेंगे तो ये गलत नहीं है।
मुफ्ती ने आगे कहा, “आपके और हमारे देख पाने की क्षमता सीमित है और हमें इतना ही नजर आ रहा है कि गाज़ा में कत्ल हो रहे है, लेकिन इसके पीछे कितना Recompense (मुआवजा) उनको मिलने वाला है, ये हम नहीं देख पाते।
क्या बोले जावेद अख्तर?
नदवी के इस तर्क का जवाब देते हुए जावेद अख्तर ने कहा कि इस दुनिया का हाल क्या है? 45 हजार बच्चे जिनकी उम्र 10 साल से कम थी, वो गाज़ा में भूख से मरे। कालाहांडी में बच्चे मरते हैं, डिप्थीरिया से मरते हैं। आप दुआ मांगते हैं कि खुदा हमारा ये काम कर दे, वो काम कर दे। इसका मतलब कि खुदा लोगों के ‘डे-टू-डे’ लाइफ में इंटरफेयर करता है और वो ये सब देख रहा है। मैं जब दुनिया देखता हूं तो मेरे दिल में उसके लिए (खुदा के लिए) कोई इज्जत पैदा नहीं होती।
इसके आगे अख्तर ने कहा कि खुदा क्या कर रहे हैं? तुम (खुदा) पावरफुल हो, ओमनिपोटेंट (सर्वशक्तिमान) हो. ओमनीप्रेजेंट (सर्वव्यापी) हो… तुम हर जगह हो… तुम देख रहे रहे थे कि बच्चे की कैसे धज्जियां उड़ गईं और तुम चाहते हो कि मैं तुम्हारी परस्तिश (पूजा) करूं। अरे यार इससे अच्छे तो हमारे प्राइम मिनिस्टर हैं, कुछ तो ख्याल करते हैं। प्राइम मिनिस्टर का जिक्र आते ही वहां मौजूद लोग हंसने लगे। हालांकि, जावेद अख्तर ने नरेंद्र मोदी का सीधा नाम नहीं लिया।
