बॉलीवुड के दिग्गज लिरिक्स और स्क्रिप्ट राइटर जावेद अख्तर (Javed Akhtar) अपनी फिल्मों और गानों के साथ ही बेबाकी के लिए भी जाने जाते हैं। वो सामाजिक मुद्दों पर खुलकर राय रखते हैं और सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहते हैं। पिछले कुछ दिनों से भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते तनावपूर्ण हैं। इसी बीच उन्होंने बताया कि अगर उन्हें नरक और पाकिस्तान में च्वॉइस मिलती है तो वो क्या चुनेंगे। साथ ही ये भी बताया कि उन्हें भारत से चले जाने के लिए कहा जाता है और पाक में काफिर कहा जाता है। चलिए बताते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा।
दरअसल, जावेद अख्तर मुंबई में आयोजित एक बुक लॉन्चिंग इवेंट में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने भारत और पाकिस्तान को लेकर बात की और कहा कि यहां वाले जाने को कहते हैं और वहां वाले (पाकिस्तान) काफिर कहते हैं। इवेंट में जावेद ने कहा कि कोई एक तरफ से बात करता है तो उससे कुछ लोग नाखुश रहेंगे लेकिन, अगर हर तरफ से बात कर रहे हैं तो बहुत ज्यादा लोग नाखुश रहते हैं। उन्होंने अपना ट्विटर, व्हाट्सअप तक दिखाने की बात की और कहा कि उनको दोनों तरफ से गालियां पड़ती हैं।
जावेद अख्तर बोले- ‘वहां काफिर कहते हैं’
जावेद अख्तर आगे कहते हैं कि ऐसा नहीं है कि वो थैंकलेस हैं। बहुत लोग उनकी तारीफ भी करते हैं और उनकी हिम्मत भी बढ़ाते हैं। जावेद ने आगे बताया कि यहां और वहां (भारत-पाकिस्तान) दोनों तरफ से उनको गालियां मिलती हैं। इसे वो सही ठहराते हैं और कहते हैं कि अगर गालियां एक तरफ से भी बंद हो जाएगी तो उनको परेशानी हो जाएगी कि वो क्या गड़बड़ कर रहे हैं। राइटर ने बताया कि पाकिस्तान वाले उन्हें काफिर कहते हैं और जहन्नुम नसीब होने की बात करते हैं। वहीं, वो (भारत) जिहादी कहकर पाकिस्तान जाने की बात कहते हैं।
नर्क और पाकिस्तान की च्वॉइस पर क्या बोले जावेद?
इसके साथ ही जावेद अख्तर ने नर्क और पाकिस्तान की च्वॉइस भी बात की और कहा कि अगर उनके पास सिर्फ पाकिस्तान और जहन्नुम की च्वॉइस होगी तो वो नर्क ही जाना पसंद करेंगे। इसके साथ ही राइटर ने बताया कि जब वो मुंबई आए थे तो वो बस साढ़े उन्नीस साल के थे। वो महाराष्ट्र को अपनी कर्मभूमि मानते हैं साथ ही ये भी कहते हैं कि जहां आज वो हैं, जो कुछ मिला, वो सब कुछ मुंबई की देन है।
गौरतलब है कि जावेद अख्तर भारत-पाकिस्तान के तनावपूर्ण रिश्ते पर लगातार राय रखते रहे हैं। वो पहलगाम से लेकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पाक के हमले तक पर खुलकर विचार रखते रहे हैं।