यूक्रेन और रूस के विवाद के बीच हजारों लोगों के मसीहा सोनू सूद को यूक्रेन में फंसे भारतीयों की चिंता सता रही है। सोनू सूद ने भारतीय एम्बेसी से वहां फंसे लोगों को वापस लाने की अपील की है। उन्होंने ट्वीट कर भारतीय सरकार और एम्बेसी पर भरोसा जताया है, साथ ही अपने भारतीयों के लिए दुआ की है।
सोनू सूद ने ट्वीट में लिखा, ”यूक्रेन में 18000 भारतीय स्टूडेंट्स और कई परिवार फंसे हैं, मुझे उम्मीद है सरकार उन्हें वापस लाने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है, मैं भारतीय एम्बेसी से अपील करता हूं कि वहां फंसे लोगों को बाहर निकालने का वैकल्पिक मार्ग खोजे। मैं उनकी सलमाती की कामना करता हूं।” लोग सोनू के ट्वीट पर उनकी सराहना कर रहे हैं। वहीं कुछ लोग भारत सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। विक्रम सिंह नाम के एक यूजर ने लिखा,” प्रधानमंत्री उत्तरप्रदेश में बीजेपी के लिए रैलियां करने में व्यस्त हैं। हमारे छात्र खतरे में हैं और उन्हें सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिल रही है।”
जावेद अख्तर ने उठाए सवाल: सोनू सूद के अलावा दिग्गज गीतकार जावेद अख्तर व ऋचा चड्ढा ने भी रूस और यूक्रेन के विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। जावेद अख्तर ने ट्वीट करते हुए लिखा- “अगर रूसी/यूक्रेनी संघर्ष निष्पक्षता और न्याय की भावना पैदा करता है या उनमें कमजोरों की रक्षा करने की मानवीय इच्छा है, तो सभी पश्चिमी शक्तियां सऊदी कालीन बम विस्फोटों और यमन जैसे छोटे देश पर अत्याचारों के प्रति पूरी तरह से उदासीन क्यों हैं।”
वहीं ऋचा चड्ढा ने लिखा, “सैनिकों का विलय या वापसी जो किसी देश को अंधेरे युग/नए डेटा गोपनीयता नियमों में वापस धकेलती है। अब जो होगा वो ‘आगे लोकतंत्र’ और ‘राष्ट्रीय हित’ में ही होगा। अगर लोग आजादी के लिए नहीं लड़ते तो हम फिर से गुलाम होंगे।”
वहीं अरशद वारसी ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर एक मीम शेयर किया, जिसके बाद लोग उन्हें जमकर बुरा-भला कह रहे हैं। लोगों का कहना है कि वहां लोग मर रहे हैं और आप यहां मीम शेयर कर हंस रहे हैं।