आरती सक्सेना
कोरोना महामारी का कहर रोके नहीं रुक रहा है। मनोरंजन बाजार के लिए एक बार फिर अप्रैल 2020 के जैसी स्थिति है। महाराष्ट्र में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के चलते उद्धव ठाकरे सरकार ने कर्फ्यू समेत कई कड़े प्रतिबंध लगाए हैं। राज्य में 14 अप्रैल से लेकर एक मई तक कई गतिविधियों पर रोक है। सिनेमाघरों के साथ फिल्मों की शूटिंग पूरी तरह बंद होने से फिल्म और टीवी इंडस्ट्री पूरी तरह से ठप हो गई है।
कई दैनिक धारावाहिकों की शूटिंग नहीं हो पा रही है और उन्हें कार्यक्रमों की पुरानी कड़ियां दिखानी पड़ रही है। हालात से निपटने के लिए कई निर्माताओं ने महाराष्ट्र से बाहर जाकर अपने धारावाहिकों की शूटिंग शुरू कर दी है। मुंबई के बजाय अब धारावाहिकों की शूटिंग, गोवा, लखनऊ, हैदराबाद, बीकानेर और आगरा जैसे शहारों में की जा रही है।
माना जा रहा था कि कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम शुरू होने के बाद सब कुछ नियंत्रण में आ जाएग और प्रतिबंधों में काम कर रहा मनोरंजनजगत पूरी गति से काम करने लगेगा। मगर फिल्मों और टीवी की दुनिया के लिए हालात अभी भी माकूल नहीं हैं। महाराष्ट्र में सरकार की कर्फ्यू और कड़े प्रतिबंधों की घोषणा के बाद प्रवासी मजदूरों ने पलायन करना शुरू कर दिया।
इसके कारण फिल्म और टीवी शूटिंग में आने वाले दिनों में और परेशानी खड़ी हो सकती है। फिलहाल मुंबई में धारावाहिकों और टीवी शो की श्ूाटिंग ठप है। इसने टीवी इंडस्ट्री से जुड़े कामगारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा कर दिया है। टीवी की दुनिया से जुड़े ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो रोज कमाते रोज खाते हैं। प्रतिदिन काम करने के बाद ही उन्हें पैसा मिलता था।
दूसरी ओर शूटिंग बंद होने से निर्माताओं को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। कई टीवी कार्यक्रमों और शोज से स्पांसरों और विज्ञापनदाताओं ने हाथ पीछे खींचने शुरू कर दिए हैं। निर्माताओं का कहना है कि बार-बार शूटिंग बंद होने और प्रतिबंध लगाने से उनका जो नुकसान हो रहा है, वे उससे उबर नहीं पा रहे हैं।
नुकसान का आकलन
कुछ निर्माता ऐसे भी है जिन्होंने तय किया है कि वे महाराष्ट्र से बाहर जाकर अपने कार्यक्रमों की शूटिंग करेंगे, क्योंकि मुंबई में शूटिंग बंद है। वे नुकसान का आकलन कर रहे हैं कि क्या शूटिंग बंद रखने के बजाय महाराष्ट्र से बाहर जाकर शूटिंग करने से यह नुकसान कम किया जा सकता है। मसलन टीवी की दुनिया में स्थापित निर्माता एकता कपूर ने अपने अधिकांश टीवी कार्यक्रमों की शूटिंग गोवा जाकर करना तय किया है।
कई चैनल भी ऐसा ही कर रहे हैं। हालांकि इस फैसले से निर्माण लागत बढ़ रही है। पूरी यूनिट को किसी दूसरी जगह ले जाना। उनकी यात्रा खर्च के साथ उनके रहने-खाने का बंदोबस्त करना आदि पर खर्च बढ़ रहा है। बावजूद इसके निर्माता बाहर जाकर श्ूाटिंग कर रहे हैं, क्योंकि मुंबई में शूटिंग पूरी तरह से बंद रखने पर भी उन्हें नुकसान तो उठाना ही पड़ रहा है।
मुंबई से गोवा
गोवा फिल्म और टीवी निर्माताओं की पसंदीदा जगह के रूप में उभरा है। एकता कपूर ने अपने सभी सीरियलों की शूटिंग गोवा में शिफ्ट कर दी है। बालाजी प्रोडक्शंस के धारावाहिक ‘कुंडली भाग्य’, ‘कुमकुम’ गोवा में शिफ्ट हो गए हैं। जी टीवी भी अपने धारावाहिकों, ‘अपना टाइम भी आएगा’, ‘तुझसे है राब्ता’, ‘कुर्बान हुआ’ की शूटिंग गोवा में कर रहा है। इनके अलावा ‘तेरी मेरी इक जिंदगी’ की शूटिंग जयपुर में, ‘क्यों रिश्ते में कट्टी बट्टी’ की शूटिंग सूरत में, ‘हमारी वाली गुड न्यूज’ की शूटिंग हरियाणा में की जा रही है। कुछ टीवी निर्माता हैदराबाद, दिल्ली और बीकानेर में भी शूटिंग करना पसंद कर रहे हैं।
स्टार प्लस और कलर्स भी निकले बाहर
जी टीवी के बाद स्टार प्लस चैनल के धारावाहिकों ‘गुम है किसी के प्यार में’, ‘आपकी नजरों ने समझा’, ‘ये है चाहतें’ की शूटिंग गोवा में की जा रही है। ‘इमली’ तथा ‘मेहंदी है रचने वाली’ की शूटिंग हैदराबाद में, ‘पंड्या स्टोर’ की शूटिंग बीकानेर में तथा ‘साथ निभाना साथिया’ की शूटिंग आगरा में चल रही है। कर्लस चैनल अपने सीरियल ‘छोटी सरदारनी’ की दिल्ली, ‘मोलकी’ की गोवा में और ‘ससुराल सिमरन का’ की शूटिंग आगरा में कर रहा है। टीवी शो ‘भाई क्या चल रहा है’ का फिल्मांकन लखनऊ में किया जा रहा है। ‘रुद्रकाल’ के निर्माताओं के पास स्टॉक में काफी कड़ियां तैयार हैं, इसलिए वे बाहर नहीं जा रहे हैं। कुछ कलाकार भी ऐसे हैं जो महीने भर मुंबई से बाहर जाकर काम नहीं करना चाहते। लिहाजा कहानियों में घुमाव लाया जा रहा है।