Rajat Sharma: वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा सोशल मीडिया पर भी खूब एक्टिव रहते हैं। वह हर दिन अपने ट्विटर अकाउंट पर मोटिवेशनल कोट्स भी शेयर करते हैं। ऐसा ही एक कोट बृहस्पतिवार को भी शेयर किया। रजत शर्मा ने लिखा- ‘अहंकार कभी सत्य को स्वीकार नहीं करता।’ उनके इस ट्वीट का तमाम यूजर्स अपने-अपने तरीके से मतलब निकालते हुए प्रतिक्रिया देने लगे।

रजत शर्मा के इस ट्वीट पर विशाल नान के एक यूजर ने तंज कसते हुए लिखा- ‘मोदी जी बिल्कुल स्वीकार नहीं करते, आप सही कह रहे हैं।’ शैलेंद्र यादव नाम के यूजर ने कहा- ‘अफसोस गुलामों को पूछने का अधिकार नहीं है मोदी राज में।’ एक यूजर ने लिखा, ‘अगर आप नरेंद्र मोदी को देखेंगे तो समझेंगे कि ना सिर्फ अहंकार सत्य को स्वीकार करता है, बल्कि झूठ को ताबड़तोड़ फैलाता है।’

सुरेश शर्मा ने कहा- ‘गुरु, सहमत हूं…इसीलिये अहंकार का चूर-चूर होना नियति भी तो है। ध्यान रहे देश की मिट्टी का कर्ज चुकाना है।’ सुधा सिंह ने रजत शर्मा को जवाब देते हुए कहा- ‘अहंकार अपने आप में इतना बड़ा होता है कि सत्य की कोई औक़ात नहीं होती उसके सामने। आंखों पर घमंड की पट्टी चढ़ने के बाद सब कुछ ख़त्म हो जाता हैं। सब आपसे दूर हो जाते हैं, विनाश आपके नज़दीक हो जाता है।’

मोहित कौशिक ने जवाब देते हुए कहा- ‘ठीक उसी तरह जैसे किसान 120 दिनों से अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में बैठे हैं। लेकिन देश का अहंकारी प्रधानमंत्री अपने अहंकार के कारण उनका उत्पीड़न कर रहा है। रावण तो ज्ञानी था लेकिन उसका भी अहम भी नहीं रहा, यह तो मोदी हैं।’

कांग्रेस नेता हेमंत ओगाले ने लिखा, ‘एकदम सच्ची बात कही आपने। देख लो आप ही समझा कर आपकी बात सुनी तो…।’

एक अन्य यूजर ने रजत शर्मा को नसीहत देते हुए लिखा, ‘पत्रकारों को यह समझना होगा कि वे नेता नहीं हैं। जनता हर घटना पर उनकी प्रतिक्रिया नहीं चाहती। वे निष्पक्ष समाचार दे दें, इतना ही पर्याप्त है। समाचार देने वाला जब खुद समाचार बनने की चाह रखे तो गड़बड़ वहीं से शुरू हो जाती है।’