25 नवंबर से देश के किसान नए कृषि बिलों के विरोध में सड़कों पर हैं। किसान संगठनों और सरकार के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन अभी कोई हल नहीं निकल पाया। सर्दी और बारिश के मौसम में भी किसान लगातार सड़कों पर डटे हुए हैं। किसान आंदोलन को लेकर टीवी चैनल्स पर भी खूब डिबेट हो रही हैं। अर्नब गोस्वामी के डिबेट शो ‘पूछता है भारत’ में भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा में बहस हो गई।
डिबेट में राकेश टिकैत बोले,’पहले तो बीजेपी इतनी कमजोर नहीं है कि देश के प्रधानमंत्री को हर मुद्दे पर सामने ले आए। प्रधानमंत्री को इनको बचाना था ना कि उनसे गलत-सलत बयान नहीं दिलवाने चाहिए। इनकी जो एडवाइजरी कमेटी है प्रधानमंत्री की वो गलत है। ये पर्चे तो ले रहे हैं पूरे संबित पात्रा जी, प्रधानमंत्री से गलत बयानबाजी क्यों करवाते हो आप। उनको ठीक चीज बोलने दो, एक देश के प्रधानमंत्री की हमारी इमेज खराब होती है। वो बीजेपी के प्रधानमंत्री नहीं हैं देश के प्रधानमंत्री हैं।
राकेश टिकैत आगे बोले,’आपने उनसे दो-तीन चीजें गलत करवाईं, एक तो यह करवा दिया कि स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू कर दिया वो रिपोर्ट लागू नहीं हुई। आप जितने कागज अपने लिए तैयार करके लाते हो इतने ही उनको पीएमओ में भी दे दिया करो, बचाकर रखो उनको।’ ये शर्म की बात है कि देश के हमारे प्रधानमंत्री से आप झूठ बुलवाते हो।’
इस पर अर्नब गोस्वामी राकेश टिकैत से बोले,’ये कनाडा वाला कौन था, ये कनाडा के मंत्री कौन थे ?’ तो राकेश टिकैत बोले,’कनाडा वालों से हमारा क्या मतलब है, कनाडा वाला आ गया होगा। पंजाब के हैं जो वहां पर जाकर रह रहे हैं। बैन करो, रोको उनको।’
इसके बाद चौधरी राकेश टिकैत को जवाब देते हुए संबित पात्रा बोले,’आपने कहा जो एडवाइजरी कमेटी है वो प्रधानमंत्री को सही एडवाइज नहीं देती है, पूरी तैयारी के साथ प्रधानमंत्री को आना चाहिए। टिकैत जी आप तो किसानों के नेता हैं, आप खुद बताइए ये स्वामीनाथन कमेटी जो है वो 2006 से अपनी रिपोर्ट को सब्मिट किए हुए थी, उस समय कौन एडवाइजरी कमेटी था ? सोनिया जी राहुल जी की सरकार ने 2006 से 2014 तक स्वामीनाथन कमेटी को लागू नहीं किया।’ इस पर राकेश टिकैत बोले,’वो(कांग्रेस) चले गए।’