साउथ इंडियन एक्टर-फिल्ममेकर गौतम मेनन इन दिनों अपनी फिल्म ‘ध्रुव नचतिराम’ को प्रमोट कर रहे हैं। ये फिल्म 24 नवंबर को रिलीज होने की उम्मीद है। ये फिल्म लंबे समय से रिलीज के लिए तैयार है, लेकिन कुछ कारणों से इसमें देरी हो रही है। मेनन फिल्म की रिलीज से पहले इसके प्रचार में व्यस्त हैं। इस दौरान उन्होंने एक इंटरव्यू में इंडियन फिल्मों पर बात की।

गौतम मेनन ने Galatta Plus को दिए इंटरव्यू में बताया कि उनके लिए अपनी स्क्रिप्ट से एक्टर्स को मनाना कठिन होता जा रहा है। गौतम ने कहा कि सिलंबरासन भी इन दिनों कुछ ‘बड़ा’ और पैन इंडिया वाला करना चाहते हैं। गौतम की मानें तो कोई ऐसी फिल्म तय करके नहीं बना सकता की वो पैन इंडिया है या नहीं, ये केवल फिल्म ही तय करती है कि यह सभी के लिए है या नहीं।

जब उनसे पूछा गया कि क्या ‘जेलर’ और ‘जवान’ फिल्में पैन इंडिया फिल्मों के रूप में डिजाइन नहीं की गई हैं, तो गौतम ने कहा, “जब तक आपके पास आठ से दस किरदार नहीं होते हैं और देश भर से कई कलाकारों को नहीं लिया जाता है…तभी यह पैन इंडिया फिल्म बन जाती है। अगर ‘जवान’ में शाहरुख नहीं होते तो… मुझे नहीं पता।’

आपको बता दें कि गौतम मेनन की फिल्म ‘ध्रुव नचतिराम’ भी एक पैन इंडिया फिल्म है, जिसे मेगा-स्तर पर बनाया गया है। यह फिल्म तमिल, हिंदी और तेलुगु में रिलीज हो रही है। यह पूछे जाने पर कि फिल्म को कन्नड़ और मलयालम में क्यों रिलीज नहीं किया जा रहा है, गौतम ने कहा कि तमिल फिल्में केरल और बेंगलुरु में अच्छा प्रदर्शन करती हैं।

ध्रुव नटचथिरम, जिसमें रितु वरम, विनायकन, राधिका सरथकुमार, पार्थिबन, धनन्जेयन और धिवयदर्शिनी भी शामिल हैं। ये फिल्म ग्यारह एजेंटों की एक गुप्त टीम के बारे में है जो भारत को अज्ञात खतरों से बचाती है।