उन्नाव में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से रेत में दफनाए गए शव नदी में बहते हुए दिखाई दिए। जलस्तर बढ़ने के कारण रेत में से निकलकर लाशें नदी में बहना शुरू हो गई हैं, जिससे गंगा नदी में मौजूद डॉल्फिन पर भी खतरा मंडरा रहा है। इस मामले को लेकर जहां एक तरफ सरकार फिर से विपक्ष के निशाने पर आ गई है तो वहीं दूसरी और रिटायर्ड आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह भी योगी सरकार पर भड़के हुए नजर आए। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि गंगा मां को शववाहिनी बना दिया गया है।

सूर्य प्रताप सिंह का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर जमकर सुर्खियां बटोर रहा है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, “गंगा मां को शववाहिनी बना दिया है। ये वही उन्नाव है जहां मुझपर मुकदमा लिखा गया है ‘तैरते शवों’ पर समाज में भय फैलाने के लिए। आज 15 दिन बाद भी शव बह रहे हैं। यही ‘न्यू नॉर्मल है।”

सूर्य प्रताप सिंह के इस ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया यूजर ने भी खूब कमेंट किये। एक यूजर ने उनका जवाब देते हुए लिखा, “कुछ देर बात पता लगेगा कि नाइजीरिया की बहती हुई गंगा है यह, उत्तर प्रदेश की गंगा नहीं है। यह सरकार की नाकामियों का नतीजा है।” दूसरे यूजर ने ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, “कब लोग जागेंगे? कब सुशासन मिलेगा?”


सूर्य प्रताप सिंह के ट्वीट पर आए यूजर के कमेंट का सिलसिला यहीं नहीं खत्म हुआ। एक यूजर ने लिखा, “बॉस ये वर्तमान सरकार के विकास की गंगा बह रही है, वो भी निर्मल, स्वच्छ, पवित्र, कल-कल बहती वसुंधरा।” दूसरे यूजर ने बीजेपी से सवाल करते हुए लिखा, “कफन तो खींच लिया है, इसका क्या करोगे, बीजेपी वालों।” एक यूजर ने ट्वीट पर चुटकी लेते हुए लिखा, “विपक्ष लाशों को खरीदकर गंगा में बहा रहा है, यह पीएम मोदी के खिलाफ साजिश है।”

बता दें कि इससे पहले पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने नकली शराब पीने से अलीगढ़ में हुई मौतों पर भी योगी सरकार पर तंज कसा था। उन्होंने लिखा, “नकली शराब पीने से 36 लोगों ने दम तोड़ दिया, गवरनेंस तो बिल्कुल ही दम तोड़ चुकी है उत्तर प्रदेश में।”

रिटायर्ड आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने ट्वीट में आगे लिखा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, विज्ञापन बनवाना छोड़िए और तत्काल सभी जिलों से धड़ल्ले से बिक रही शराबों के सैंपल मंगवाइये। क्या अब तक कोई भी ‘जिम्मेदार’ सस्पेंड हुआ? सरकार डरती है क्या?”