मशहूर आर्ट डायरेक्टर और प्रोडक्शन डिजाइनर नितिन चंद्रकांत देसाई की बुधवार को 57 साल की उम्र में निधन हो गया। बताया जा रहा है कि उन्होंने खुदकुशी की है। देसाई ने अपने शानदार काम से फिल्म इंडस्ट्री पर छाप छोड़ी और 4 नेशनल अवॉर्ड भी अपने काम के लिए जीते।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नितिन महाराष्ट्र के कर्जत स्थित अपने स्टूडियो में मृत पाए गए। पुलिस के मुताबिक ये आत्महत्या से मौत का मामला लग रहा है, फिलहाल मामले की जांच चल रही है।
अपने तीन दशक से अधिक के करियर में, नितिन चंद्रकांत देसाई को कुछ सबसे बड़ी हिंदी फिल्मों में एक कला निर्देशक और प्रोडक्शन डिजाइनर के रूप में श्रेय दिया जाता है। फिल्म निर्माता विधु विनोद चोपड़ा की पीरियड फिल्म 1942: ए लव स्टोरी में सफलता पाने के बाद, नितिन ने मीरा नायर की सलाम बॉम्बे, संजय लीला भंसाली की हम दिल दे चुके सनम, देवदास, राजकुमार हिरानी की मुन्नाभाई सीरीज, आशुतोष गोवारिकर की लगान, स्वदेस, जोधा अकबर और स्लमडॉग मिलियनेयर जैसी फिल्मों में काम किया है।
उनके दशकों के काम को एक लिस्ट में समेटना असंभव है, लेकिन यहां नितिन चंद्रकांत देसाई के पांच ऐसे असाधारण काम की लिस्ट है जिनके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
हम दिल दे चुके सनम
1999 की रोमांटिक ड्रामा ‘हम दिल दे चुके सनम’ संजय लीला भंसाली के शानदार प्रदर्शन की शुरुआत थी और नितिन चंद्रकांत देसाई कला निर्देशक और प्रोडक्शन डिजाइनर के रूप में फिल्म से जुड़े थे। इस फिल्म के लिए उन्हें दूसरा राष्ट्रीय पुरस्कार मिला।
लगान
लगान 1893 में स्थापित फिल्म थी, यह एक गाँव की कहानी थी जो भारी करों का भुगतान करने से बचने के लिए अंग्रेजों के खिलाफ क्रिकेट खेलता है। आशुतोष गोवारिकर निर्देशित इस फिल्म में नितिन देसाई के लिए करने को बहुत कुछ था लेकिन जोखिम भी बहुत था। एक पीरियड ड्रामा होने के कारण, नितिन को उस समय की हर जानकारी सही से मिलनी थी। एक प्रोडक्शन डिजाइनर और कला निर्देशक के रूप में जुड़े, नितिन ने फिल्म के ‘लुक’, इसके सेट से लेकर वेशभूषा तक हर सीन में कमाल किया। आमिर खान अभिनीत फिल्म प्रशंसा के साथ रिलीज हुई – यहां तक कि ऐतिहासिक ऑस्कर नामांकन तक पहुंची – और फिल्म पर नितिन के असाधारण काम ने दर्शकों को सफलतापूर्वक 1800 के दशक के अंत में पहुंचा दिया। इसके लिए उन्हें तीसरा राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला।
देवदास
नितिन चंद्रकांत देसाई फिल्म निर्माताओं के लिए अपनी कला से दर्शकों को पुराने समय में वापस ले जाने वाली एक टाइम मशीन बन गए थे। 2002 की ब्लॉकबस्टर देवदास के लिए फिर से भंसाली के साथ सहयोग किया। सेट भव्य था, गाने के सीन ऐसे थे जो पहले कभी नहीं देखे गए, शाहरुख खान, ऐश्वर्या राय और माधुरी दीक्षित अभिनीत फिल्म की भव्यता ने लोगों को हैरान कर दिया। 1917 के शरत चंद्र चट्टोपाध्याय उपन्यास को एक शानदार स्क्रीन रूपांतरण मिला। इस फिल्म के लिए नितिन को चौथा राष्ट्रीय पुरस्कार मिला।
जोधा अकबर
फिल्म निर्माता आशुतोष गोवारिकर की 16वीं सदी की मुगल सम्राट अकबर और राजकुमारी जोधाबाई के बीच रोमांस पर आधारित फिल्म के आर्ट डायरेक्टर भी नितिन चंद्रकांत देसाई थे। जिन्होंने इतिहास को बड़े पर्दे पर इस तरह से पेश करने का एक कैनवास दिया जो भव्य था। आशुतोष गोवारिकर के साथ एक बार फिर निकटता से काम करते हुए, प्रोडक्शन डिजाइनर नितिन देसाई ने ऐसा डिजाइन किया कि आज भी इस फिल्म की मिसालें दी जाती हैं। द हिंदू के साथ एक साक्षात्कार में, नितिन देसाई ने फिल्म के लिए डिजाइनिंग के बारे में खुल कर कहा था, “जोधा अकबर में आगरा किले के लिए, हमने यह ध्यान में रखते हुए काम किया था कि अकबर के समय में निर्माण के लिए संगमरमर के विपरीत लाल पत्थर का उपयोग किया गया था।”
स्लमडॉग मिलियनेयर/कौन बनेगा करोड़पति
यह आश्चर्य की कहानी है कि कैसे छोटे पर्दे पर नितिन चंद्रकांत देसाई के काम ने उन्हें डैनी बॉयल की फिल्म तक पहुंचाया। नितिन ने अमिताभ बच्चन द्वारा होस्ट किए जाने वाले लोकप्रिय गेम शो कौन बनेगा करोड़पति का सेट डिजाइन किया था। गेम शो का सेट वैसा नहीं था जैसा भारतीय दर्शकों ने पहले टीवी पर देखा था। केबीसी में उनका काम देखने के बाद डैनी चाहते थे कि नितिन उनकी फिल्म स्लमडॉग मिलियनेयर के लिए शो का सेट डिजाइन करें।
द हिंदू के साथ एक साक्षात्कार में, नितिन ने कहा था कि ट्रेनस्पॉटिंग निर्देशक केबीसी के लिए बनाया गया “सटीक सेट” चाहते थे, इसलिए स्क्रीन पर कुछ भी नहीं बदला।
नितिन चंद्रकांत देसाई की संदिग्ध आत्महत्या पर फिल्म इंडस्ट्री के लोग शोक जाहिर कर रहे हैं। रायगढ़ के एसपी सोमनाथ घरगे के अनुसार, उनका शव एनडी स्टूडियो में लटका हुआ पाया गया, जिसके वे मालिक थे। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि नितिन देसाई आर्थिक तनाव में थे क्योंकि उनका स्टूडियो अच्छा नहीं चल रहा था।