केंद्र की बीजेपी सरकार पर कई लोगों और विपक्षी नेताओं द्वारा अक्सर यह आरोप लगाया जाता है कि वो अडानी, अंबानी जैसे उद्योगपतियों के हित में काम करती है और सरकारी कंपनियों, संस्थानों का हित नहीं देखती। किसान आंदोलन के दौरान भी किसानों और किसान नेताओं ने यह कहा है कि तीनों कृषि कानून किसानों के हित में नहीं हैं बल्कि इन्हें इसलिए लाया गया है ताकि सरकार इन उद्योगपतियों को लाभ पहुंचा सकें।

कांग्रेस नेता, टीवी पर्सनालिटी और पूर्व क्रिकेटर रह चुके नवजोत सिंह सिद्धू ने भी इस मुद्दे पर केंद्र सरकार की आलोचना की है। उन्होंने एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ‘और कितना गिरेगी बीजेपी सरकार?’ तस्वीर नवजोत सिंह सिद्धू की है जिस पर निजी कम्पनियों और सरकारी कंपनियों की तुलना करते हुए लिखा गया है, ‘पेटीएम मुनाफे में, एसबीआई गिर रहा है। रिलायंस डिफेंस मुनाफे में, HAL/ DRDO गिर रहा है। अडानी मुनाफे में, कोल इंडिया गिर रहा है। रिलायंस ऑयल मुनाफे में, ONGC गिर रहा है।’

नवजोत सिंह सिद्धू के इस ट्वीट पर कई लोगों की मिली जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। मंजू गुप्ता ने लिखा, ‘वार पर वार दे रही बीजेपी सरकार, जनता करेगी अब प्रहार। बीजेपी होगी शासन से बाहर, अब कोशिश कर लो चाहे हज़ार।’ न्यूज़ रिपोर्टर नाम के एक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, ‘सिद्धू जी इस सवाल को जब तक देश को सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस नहीं उठाती, तब तक नहीं गिरेगी केंद्र की सरकार। अब अगर देश की जनता किसानों की ज़िंदगी ख़त्म होते नहीं देख सकती तो विपक्ष को बीजेपी के खिलाफ खड़ा होना चाहिए।’

 

रवि पटेल ने लिखा, ‘प्राइवेट कंपनियों की तुलना सरकारी कंपनियों से क्यों करना? इन कंपनियों की तुलना इस बात से करें कि जब सरकारें बदली तब इन पर क्या असर हुआ। इन सभी कंपनियों की नेट कैपिटल सेंसेक्स में इन्वेस्ट से ऊपर नीचे होती रहती है।’ इंद्रजीत सिंह ने लिखा, ‘सर पूरा देश गिर रहा है। नेगेटिविटी का माहौल है। लोग आपस में लड़ रहे हैं। पूरा सीन खराब है।’

उद्भव वत्स ने नवजोत सिंह सिद्धू को जवाब देते हुए लिखा, ‘लेकिन सच्चाई ये हैं कि जब ये कॉरपोरेट्स पैसे कमा रहे हैं तो इसमें भारत भी पैसे बना रहा है, वो हमारे लिए रोजगार मुहैया कर रहे हैं।’ रवि पटेल ने लिखा, ‘और बहुत से उद्योगपति कांग्रेस के समय से ही बहुत ऊपर उठे हैं, उनकी वजह से करोड़ों लोगों को अच्छी नौकरी मिली हुई है,  देश में ही तमाम समान बन रहे हैं, जीडीपी में अच्छा योगदान देते हैं। उल्टा कांग्रेस को गर्व से बताना चाहिए कि उसके समय में इतने उद्योग पैदा हुए।’

सुभाष महादिक लिखते हैं, ‘सरकार को दोष देने से कुछ नहीं होगा क्योंकि विपक्ष एकजुट नहीं है और न ही उनके पास कोई योजना है जिससे वो मोदी सरकार को हटा सकें। इस सरकार को दोष देने से कुछ हासिल नहीं होने वाला।’